रेवाड़ी, 4 मार्च (निस)
दिल्ली-जयपुर हाइवे स्थित रेवाड़ी सीमा के साथ लगते जयसिंहपुर खेड़ा बॉर्डर पर किसानों का पड़ाव बृहस्पतिवार को 82वें दिन भी जारी रहा। यहां बनाए गए मंच से धरने पर बैठे किसानों का मनोबल बनाए रखने व प्रोत्साहित करने के लिए नेताओं के लगातार भाषण हो रहे हैं। किसानों को संबोधित करने के लिए विभिन्न राज्यों के किसान नेता क्रमवार पहुंच रहे हैं। इन किसान नेताओं ने अब 6 मार्च को केएमपी एक्सप्रेस-वे को जाम करने की तैयारियां शुरू कर दी है।
धरने पर बैठे पूर्व विधायक पवन दुग्गल व अमराराम, राजाराम मील, तारा सिंह सिद्धू ने कहा कि केंद्र सरकार की हठधर्मिता व दमनकारी नीतियों से डरने वाले नहीं हैं। किसान आंदोलन को कमजोर व बदनाम करने के लिए झूठा भ्रम फैलाया जा रहा है। इसके बावजूद आंदोलन ने देश के किसानों और आम जनता के बीच अपनी जड़े गहरी जमा ली हैं। स्वतंत्रता आंदोलन के बाद शायद ही कोई आंदोलन हो, जो इतना लंबा चला हो। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार कारपोरेट घरानों के हित साधने के लिए कृषि कानूनों को किसानों पर थोप रही है। किसान विरोधी इन कानूनों के जरिये स्थापित कृषि उपज मंडियों, उनसे जुड़े व्यापार को पूंजीपतियों को सौंपने की चाल है। इस मौके पर रघुवीर सिंह, कंवर सेन यादव, बावल-84 के प्रधान सुमेर जेलदार, महेंद्र ककरावत आदि उपस्थित थे।
आज चौधरीवास टोल पर होगी कार्यकर्ताओं की बैठक
हिसार (हप्र) : तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों का टोल फ्री धरना हिसार के चारों टोल पर जारी रहा। टोल प्लाजा चौधरीवास पर धरने की संयुक्त अध्यक्षता धर्मेंद्र दूत और प्रदीप ढाका बांडाहेड़ी ने की। धरने पर मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की गई। सरकार से तीनों कृषि कानूनों को तुरंत रद्द करने की मांग उठाई गयी।
धरने को किसान नेता जगदीश राय, डॉक्टर करतार सिंह, अनु सूरा, डॉक्टर परमानंद, करण सिंह मेहला ने भी संबोधित किया।
किसान नेता सुभाष कौशिक और सोमबीर पिलानिया ने बताया कि शुक्रवार सुबह 10:30 बजे इलाके के सभी 42 गांवों से यानी प्रत्येक गांव से 5-5 सक्रिय कार्यकर्ताओं की एक महत्वपूर्ण बैठक टोल प्लाजा चौधरीवास धरने पर होगी। जिसमें आंदोलन को और ज्यादा मजबूती देने की योजना बनाई जाएगी।
बैंक प्रबंधकों से मुआवजा राशि जारी करने की मांग, नारेबाजी
बाढड़ा (निस) : भाकियू पदाधिकारियों ने बृहस्पतिवार को कस्बे के बैंकों में पहुंचकर प्रबंधकों से किसानों का बकाया मुआवजा जारी करने की मांग की। इसके पहले भाकियू नेताओं ने बैंक के मुख्य द्वार पर खड़े होकर नारेबाजी की वहीं किसानों ने सत्तापक्ष व विपक्षी दलों से विस सत्र में तीनों कानूनों के विरोध में किसानों के पक्ष में आवाज उठाने की मांग की।
भाकियू अध्यक्ष धर्मपाल बाढड़ा की अगुवाई में किसान संगठनों के पदाधिकारियों ने आज कस्बे के एसबीआई, पीएनबी व ग्रामीण बैंकों में पहुंच कर सरसों व नरमा प्रभावित फसलों का बकाया मुआवजा जारी करने की मांग की। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के तीस गांवों के 24 हजार एकड़ में हुई ओलावृष्टि से प्रभावित सरसों की फसल का 17 करोड़ का मुआवजा जारी किए हुए पूरा एक वर्ष बीत गया लेकिन अभी तक केवल मात्र 5 फीसदी किसानों के खातों में ही मुआवजा राशि जारी की गई है। क्षेत्र के जनप्रतिनिधि सारे मामले पर मूकदर्शक बने हुए हैं वहीं एसडीएम कार्यालय उनको बैंकों में सूची भेजने की बात कहकर बैरंग लौटा देते हैं जबकी बैंक अधिकारी सूचि में कमी दर्शाकर वापस भेजकर किसानों के साथ भद्दा मजाक कर रहे हैं।
इसी तरह कपास का भारीभरकम प्रीमियम लेने के बावजूद मुआवजे में नाममात्र की क्लेम राशि दी जा रही है जो किसान हितों का शोषण है। इस मौके पर पूर्व सरपंच गिरधारी मोद, प्रताप हंसावास, कमलसिंह हड़ौदी, पूर्व सरपंच मंगलाराम, पूर्व चेयरमैन संदीप बाढड़ा, रणधीर सिंह आदि मौजूद रहे।
रिटोली में एसडीएम ने की किसानों के साथ बैठक
सफीदों (निस) : कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के सौजन्य से सफीदों उपमंडल के गांव रिटोली की सामान्य चौपाल मे बृहस्पतिवार को किसानों की बैठक का आयोजन किया गया जिसमें एसडीएम मनदीप कुमार ने कहा कि किसी किसान के मन मे उसकी रबी फसल की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की कोई शंका न रहे। इसके लिए किसानो की फसलों का पंजीकरण किया जा रहा है। एसडीएम ने कहा कि सभी किसान अपनी फसलों का पंजीकरण कराएं। इस मौके पर उपमंडल कृषि अधिकारी डॉ. सत्यवान आर्य ने कहा कि 7 मार्च तक फसलों के पंजीकरण की व्यवस्था है और अभी तक 60 प्रतिशत किसानों अपनी फसलों का पंजीकरण कराया है।
8 मार्च के प्रदर्शन को लेकर चलाया अभियान
हिसार (हप्र) : भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश महासचिव दिलबाग सिंह हुड्डा लुदास के नेतृत्व में गुरूवार को गांव कैमरी, अमरदीप कॉलोनी, मंगाली, डाया, भर्री, बुरे और दुबेटा सहित दर्जनों गांवों में जनसंपर्क अभियान चलाया गया। इस दौरान किसान मजदूर आंदोलन को ओर अधिक गति देने व आठ मार्च को प्रस्तावित जिला स्तरीय विरोध प्रदर्शन को लेकर चर्चा करते हुए ग्रामीणों को निमंत्रण दिया गया। हुड्डा ने कहा कि 8 मार्च को सुबह 10 बजे संत कबीर छात्रावास के नजदीक मैदान में जनसभा करके कृषि कानूनों, फसल बीमा की राशि न बढ़ाने, पेट्रोल व डीजल के रेट बढ़ने के विरोध में प्रदर्शन करते हुए उपायुक्त के माध्यम से राज्यपाल व राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा।