रेवाड़ी, 26 जुलाई (हप्र)
धारूहेड़ा थाना एसएचओ प्रह्लाद सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग को लेकर सात दिन से वर्क सस्पेंड कर धरने पर बैठे वकीलों की आखिर में जीत हुई। जिस धारूहेड़ा थाने में प्रहलाद सिंह एसएचओ के पद पर तैनात थे, उसी थाने ने उनके व अज्ञात एसआई के खिलाफ के खिलाफ मारपीट व धमकी का देने का केस दर्ज किया है। यह केस वकीलों द्वारा गृहमंत्री अनिल विज से मिलने के बाद दर्ज हुआ। केस दर्ज होने के बाद जिला बार एसोसिएशन ने वर्क सस्पेंड व आंदोलन समाप्त करने की घोषणा कर दी।
गौरतलब है कि जिला बार एसोसिएशन के सदस्य व गांव खिजूरी के पूर्व सरपंच मुकेश कुमार ने आरोप लगाया था कि शिवरात्रि के अवसर पर उनके गांव द्वारा एनएच-48 पर शिविर लगाया था। 14 जुलाई की रात को 12.30 बजे वह शिविर से जैसे ही बाहर निकले तो धारूहेड़ा थाना के एसएचओ प्रहलाद सिंह व एक एसआई गाड़ी में वहां आए। उन्होंने आते ही वहां खड़े एक बाइक सवार के साथ मारपीट की और उसकी कार की चाबी निकाल ली। विरोध करने पर एसएचओ व एसआई ने उसके साथ मारपीट की ।
इस प्रकरण के विरोध में जिला बार एसोसिएशन ने सात दिनों से वर्क सस्पेंड करते हुए एसएचओ व एसआई के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की थी। पुलिस प्रशासन ने इसकी जांच अपने स्तर पर करने पर एसएचओ प्रहलाद सिंह को लाइन हाजिर कर दिया था। लेकिन वकील एफआईआर दर्ज करने की मांग पर अड़े रहे। वकीलों का एक प्रतिनिधिमंडल बार प्रधान सौरभ यादव के नेतृत्व में दो दिन पूर्व गृहमंत्री अनिल विज से मिला। बार एसोसिएशन ने घोषणा की थी कि एफआईआर दर्ज नहीं की गई तो बुधवार को प्रदेश स्तर पर हड़ताल रहेगी। अनिल विज के निर्देश पर अब एसएचओ व एसआई पर केस दर्ज कर लिया गया। जिला बार एसोसिएशन के प्रधान सौरभ यादव ने कहा कि केस दर्ज होने के बाद वकीलों ने अपना वर्क सस्पेंड समाप्त कर दिया। उन्होंने कहा कि पंजाब एंड हरियाणा बार काउंसिल की तरफ से दी गई वर्क सस्पेंड की कॉल वापस ले ली गई है।