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वकीलों ने डीसी की अदालतों का किया बहिष्कार

अम्बाला शहर, 24 अप्रैल (हप्र) जिला बार एसोसिएशन ने आज एक आश्चर्यजनक कदम उठाते हुए न केवल उपायुक्त डॉ. शालीन पर अनुचित व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ नारेबाजी की बल्कि उनकी अदालत का स्थायी रूप से बहिष्कार...
अम्बाला शहर में बुधवार को बार रूम के बाहर खड़े वकील पदाधिकारी आगामी रणनीति बनाते हुए।-हप्र
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अम्बाला शहर, 24 अप्रैल (हप्र)

जिला बार एसोसिएशन ने आज एक आश्चर्यजनक कदम उठाते हुए न केवल उपायुक्त डॉ. शालीन पर अनुचित व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ नारेबाजी की बल्कि उनकी अदालत का स्थायी रूप से बहिष्कार करने की बात भी कही। साथ ही प्रदेश के मुख्य सचिव को डीसी के ट्रांसफर हेतू पत्र लिखनेकी बात कही।

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दरअसल जिला बार एसोसिएशन के एक वकील राजीव वालिया का बीते रोज निधन हो गया था जिनका संस्कार आज सुबह होना था। उनके निधन पर जिला बार ने एक शोक प्रस्ताव पारित करते हुए आज बुधवार को सभी अदालतों में वर्क सस्पेंड रखने के लिए पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट सहित जिला की सभी अदालतों को संबंधित प्रस्ताव भेज कर सहयोग करने का आग्रह किया।

वकीलों का कहना है कि उनके प्रस्ताव को सभी ने मान लिया लेकिन अम्बाला के डीसी ने नहीं माना। जिला बार एसोसिएशन के प्रधान जबर सिंह चौधरी ने कहा कि यह बड़ा दुखदायी है कि जिला प्रशासन का मुखिया वकीलों से ऐसा व्यवहार कर रहा है। उन्होंने बताया कि अदालतों में जजों ने सभी मामलों में आगे की तिथि निर्धारित कर दी लेकिन वे डीसी डॉ. शालिन के पास गए तो उन्हें कहा गया कि वे वकीलों का रेजुलेशन नहीं माने। एसोसिएशन के पदाधिकारियों को उन्होंने यह भी कहा कि जब वे कहेंगे तब मिलने आना। प्रधान ने कहा कि यह डीसी की तानाशाही है। वकीलों ने डीसी के ऐसे व्यवहार के कारण डीसी की कोर्ट का बहिष्कार कर दिया।

वहीं जिला बार एसोसिएशन के कई बार प्रधान रह चुके एडवोकेट रोहित जैन ने कहा कि किसी वकील साथी की मौत या फिर किसी तरह की कोई दिक्कत होती है तो मजबूरी में वर्क सस्पेंड करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि वर्क सस्पेंड करने के लिए एक रेजुलेशन पास किया गया था लेकिन अंबाला के डीसी ने रेजुलेशन नहीं माना। जिला बार एसोसिएशन के प्रधान अन्य पदाधिकारियों के साथ वहां गए थे। उनके साथ वहां अनुचित व्यवहार किया गया। जैन ने कहा कि ऐसा व्यवहार बर्दाश्त नहीं है।

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