झज्जर, 8 अप्रैल (हप्र)
हाल हीं में विधानसभा में सरकार द्वारा पास किए गए संपत्ति क्षतिपूर्ति कानून पर ऑल हरियाणा संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन ने रोष जाहिर किया। बृहस्पतिवार को रेवाड़ी बाईपास सहित कई अन्य स्थानों पर इस कानून की प्रतियों की होली जलाई गई। विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व संगठन के जिलाध्यक्ष ओमवीर सिंह ने किया। उन्होंने अपने सम्बोधन में इस कानून को जनविरोधी बताया। करतार सिंह अच्छेज ने कहा कि यह कानून किसान आंदोलन को कुचलने के मकसद से बनाया गया है। सरकार चाहती है कि देश में कोई भी सरकार के खिलाफ आवाज ना उठाएं, चाहे सरकार कितना ही जन विरोधी कार्य क्यों ना करें। यह लोकतंत्र की हत्या करने का प्रयास है जो सफल नहीं होगा। ओमवीर ने बताया कि हरियाणा विधानसभा में पारित इस खतरनाक विधेयक के खिलाफ आवाज उठाते रहेंगे। यह कानून जनतंत्र, बोलने की आजादी तथा संविधान की बुनियादी मान्यताओं पर हमला है।
पुलिस के हाथों में शक्ति का किया केंद्रीकरण
भिवानी (हप्र) : संपत्ति क्षति वसूली विधेयक किसान आंदोलन को दबाने के उद्देश्य से बनाया गया है लेकिन सरकार अपने मकसद में कामयाब नहीं होगी। यह बात वक्ताओं ने कितलाना टोल पर आंदोलनकारियों द्वारा संपत्ति क्षति वसूली कानून की प्रतियां जलाने के बाद अपने संबोधन में कही। कितलाना टोल पर चल रहे धरने के 105वें दिन खाप सांगवान 40 के सचिव नरसिंह डीपीई, बिजेंद्र बेरला, मास्टर शेर सिंह, गंगाराम श्योराण, रत्तन जिंदल, राजसिंह जताई, राजेश कुमारी, बीरमति डोहकी, बिमला, अनोखी मंदोली ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि संपत्ति क्षति वसूली कानून के अंतर्गत पुलिस के हाथों में शक्ति का केंद्रीकरण कर दिया गया है।
विधेयक जनविरोधी
सोनीपत (हप्र) : भठगांव में किसान मजदूर संघर्ष समिति ने संपत्ति क्षति वसूली कानून के विरोध में प्रदर्शन किया और विधेयक की प्रतियां जलाई।
ईश्वर सिंह दहिया ने कहा कि राज्य सरकार जन विरोधी कानून बनाकर लोकतंत्र की हत्या करने पर उतारू है। संपत्ति क्षति वसूली विधेयक मतलब किसी को भी गलत केस में फंसाना है। यह विधयेक पूरी तरह से जनविरोधी है।
सहन नहीं करेंगे कर्मचारी
रोहतक (हप्र) : संपत्ति क्षति वसूली विधेयक की विभिन्न संगठनों ने प्रतियां जलाई। प्रतियां जलाने से पहले अखिल भारतीय किसान सभा, सीटू, सर्व कर्मचारी संघ, हरियाणा कर्मचारी महासंघ व रिटायर्ड कर्मचारी संघ के सदस्य मानसरोवर पार्क में एकत्रित हुए और वहां एक सभा का आयोजन किया गया। सभा को संबोधित करते हुए सीटू नेता धरमवीर हुड्डा व हरियाणा कर्मचारी महासंघ के जिला प्रधान जोगेंद्र बल्हारा ने कहा कि राज्य सरकार के इस कानून से भाजपा का जनविरोधी वह फासीवादी चरित्र जनता के सामने आ गया है। कर्मचारी नेता कर्मवीर सिवाच, किसान सभा के जिला सचिव सुमित ने कहा कि राज्य सरकार का यह कानून बोलने की आजादी व संविधान की बुनियादी मान्यताओं पर सीधा हमला है। कर्मचारी वर्ग किसी भी रूप में इसे सहन नहीं करेगा चाहे इसके लिए कोई भी आंदोलन क्यों ना करना पड़े।
वहीं, किसानों ने मकडौली टोल प्लाजा व मदीना टोल पर कानून की प्रतियां जलाई व सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया।
‘जनविरोधी कानून को रद्द किया जाये’
नारनौल (हप्र) : बृहस्पतिवार को एआईकेकेएमएस के कार्यकर्ताओं ने सम्पत्ति क्षति वसूली विधेयक-2021 को रद्द करने की मांग को लेकर पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस के सामने एकत्रित होकर प्रदर्शन किया और महावीर चौक पर कानून की प्रतियां जलाई। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए एआईकेकेएमएस के जिला सचिव बलबीर सिंह ने कहा कि प्रदर्शन के माध्यम से सरकार से मांग करते हैं कि हरियाणा सरकार यह जनविरोधी कानून वापस लें।