रेवाड़ी, 20 जुलाई (हप्र)
जिले के गांव माजरा में प्रस्तावित एम्स के निर्माण को लेकर किसानों द्वारा दी गई जमीनों की रजिस्ट्रियों का 90 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। कस्बा कुंड स्थित आईटीआई परिसर में रजिस्ट्री का कार्य चल रहा है। यहां पर तहसलीदार व अधिकारी मुस्तैदी से काम को निपटाने के लिए लगे हुए हैं। एम्स के लिए 210 एकड़ जमीन दी गई है। जिसमें से 67 एकड़ जमीन ग्राम पंचायत माजरा ने निशुल्क सरकार को दी है। अभी तक 401 किसानों की 119 एकड़ जमीन की रजिस्ट्री हो चुकी है। कुछ जमीनों का स्वामित्व सेना में कार्यरत जवानों व नाबालिग बच्चों के नाम होने के कारण शेष बची जमीन की रजिस्ट्रियों के काम में विलंब हो रहा है। सरकार ने 40 लाख रुपये प्रति एकड़ मुआवजा तय किया है, और राशि भी किसानों के बैंक खातों में सीधे भेजी जा रही हैं। एम्स बनाओ संघर्ष समिति के प्रवक्ता कामरेड राजेंद्र सिंह ने कहा कि रजिस्ट्री का काम लगभग पूरा होने को है। ऐसे में अब सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वह एम्स के शिलान्यास की ओर तेजी से बढ़े। उन्होंने कहा कि एक लंबे आंदोलन व जनता के सहयोग से क्षेत्र को यह एम्स मिला है।
इधर, प्रशासन द्वारा गठित माजरा एम्स निर्माण समिति ने कस्बा कुंड स्थित आईटीआई परिसर में बुधवार को सुख समृद्धि के लिए आचार्य यशदेव व नरेंद्र ने हवन यज्ञ कराया। इसमे ग्रामीणों ने आहुति डाली। समिति प्रधान जगदीश यादव ने बताया कि एम्स निर्माण के लिए जमीन की रजिस्ट्रियों का काम बिना अड़चन के चल रहा है और अब क्षेत्र में एम्स निर्माण का सपना पूरा होने जा रहा। इसी खुशी में आज हवन कराया गया।