नूंह/मेवात,15 जुलाई (निस)
केएमपी के साथ प्रस्तावित रेलवे लाइन के लिए भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया पूर्ण हो गई है और अब भूमि अवार्ड व मुआवजा का इंतजार है। वहीं, भूमि प्रभावित जिला के किसानों ने सरकार से रोजगार, उचित भूमि मुआवजा, बगैर ब्याज के ऋण आदि की फरियाद की है।
उल्लेखनीय है कि केएमपी एक्सप्रेस-वे के साथ-साथ जल्द ही ट्रेन भी रफ्तार पकड़ेगी। सोनीपत जिले मेें 18 गांवों की 112.33 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। जमीन का अवार्ड सुनाने के साथ ही किसानों को मुआवजा देकर रेलवे लाइन बिछाने का काम शुरू कर दिया जाएगा। केएमपी एक्सप्रेस वे के साथ हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर बनने से पलवल, नूंह, गुरुग्राम, झज्जर और सोनीपत के लोगों को फायदा होगा।
हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर प्रोजेक्ट के तहत नूंह जिला की 22 गांव की 485.14 एकड़ भूमि को अधिग्रहण किया गया। इस भूमि अधिग्रहण में 11 गांव उपतहसील इंडरी व 11 गांव तहसील तावडू के सम्मिलित हैं। इस परियोजना के लिए केएमपी एक्सप्रेसवे के साथ-साथ लगभग 50 मीटर की चौड़ाई में भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है। रेल लाइन बिछाने का प्रोजेक्ट पांच साल में पूरा होना है। भूमि अधिग्रहण प्रभावित किसान आसू, मुकेश जांगड़ा, रामकुमार का कहना है कि वह छोटे काश्तकार हैं, इससे पहले भी उनकी भूमि केएमपी एक्सप्रेस-वे के लिए अधिग्रहीत हो चुकी है। वे बेघर हो गए हैं और उन्होंने सरकार से अधिग्रहण प्रभावित किसानों के परिवार के सदस्यों को नौकरी, बाजार के भाव से उचित मुआवजा व ब्याज रहित ऋण की मांग की थी। उनकी मांग पर ध्यान नहीं दिया। किसान फिर से यही मांग कर रहे हैं।
जिले के कार्यवाहक राजस्व अधिकारी कार्यालय को डील करने वाले ने कहा कि प्रस्तावित योजना के लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य पूर्ण हो चुका हैं। अवार्ड व भूमि मुआवजा के लिए इंतजार हैं।