फसल खरीद के समय मंडियों में बारदाना न होना सरकार की विफलता : वरुण चौधरी
अम्बाला, 20 अप्रैल (हप्र)
मंडियों में गेहूं खरीद का कार्य चल रहा है, लेकिन खरीद के अनुसार मंडियों में न तो बारदाना उपलब्ध हो रहा है और न ही फसल का उठान हो रहा है। मंडियां गेहूं से भरी पड़ी हैं। वाहनों के गुजरने के लिए कोई रास्ता नहीं बचा। उठान न होने से फसल लेकर आने वाले किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें फसल डालने के लिए जगह नहीं मिल रही। यह बात अम्बाला लोकसभा सांसद वरुण चौधरी ने कही। सांसद आज साहा मंडी में फसल खरीद के इंतजामाें का जायजा लेने पहुंचे थे। सांसद ने कहा कि हर सीज़न में मंडियों में बारदाने की कमी बनी रहती है, जिस कारण आढ़तियों व किसानों को समस्याएं आती हैं। सरकार दावे कर रही है कि मंडियों और खरीद केंद्रों में इस बार समुचित प्रबंध किए गए है, पर मंडिया इस बात की गवाही दे रही हैं कि खरीद और उठान की व्यवस्था सही न होने पर मंडी के अंदर और मंडी के बाहर सड़कों पर गेहूं की ढेरियां लगी हैं। जहां एक ओर उठान की समस्या है तो वहीं मौसम भी मंडी में पहुंची फसल को खराब कर रहा है। शुक्रवार देर रात हुई बारिश से मंडियों में गेहूं के ढेर भीग गए और ढेरियों के नीचे पानी जमा हो गया। ऐसे में मंडियों में पहुंच चुके गेहूं की मय से बिक्री और उठान न होने से किसान तथा सरकार दोनों को नुकसान हो रहा है। सांसद ने सरकार से मांग की कि सरकार अपने वादे के अनुसार गेहूं कह खरीद व उठान 48 घंटे में करने के साथ-साथ 72 घंटे में भुगतान करे। मंडियों में गेहूं खरीद के लिए जो मूलभूत सुविधा नहीं है, उसके लिए सरकार को पुख्ता प्रबंध करने चाहिए, ताकि भविष्य में किसान, आढ़ती व मजदूर को किसी प्रकार की कोई दिक्कत न आए।