फरीदाबाद, 3 फरवरी (हप्र)
संयुक्त ट्रेड यूनियन काउंसिल के तत्वावधान में एटक, सीटू, एचएमएस, आईसीटीयू, बैंक फेडरेशन ऑफ हरियाणा, इंटक के कार्यकर्ताओं ने उपायुक्त कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और 4 लेबर कोड्स और देश की प्राकृतिक संपदा को बेचने का प्रतिकार किया।
इसके बाद कर्मचारियों के मौलिक अधिकारों से वंचित करने के लिए 44 श्रम कानूनों को समाप्त करके और देश के अन्नदाता किसानों के भी मौलिक अधिकारों को छीनने का काम 3 किसान विरोधी काले कानून बनाकर किया है। बुधवार को मजदूरों ने लेबर कोड्स की प्रतियां अपने अपने संस्थानों के मुख्य द्वार पर जलाईं और सामूहिक तौर पर डीसी कार्यालय के सामने भी उन काले कानूनों की प्रतियां जलाकर प्रतिकार किया। मजदूर विरोधी कानून के बारे में बेचू गिरी, वीरेंद्र पाल सिंह, आरडी यादव, हुकमचंद बेनीवाल, जवाहरलाल, केआर शर्मा तथा समर्थन में आए हेल्थ क्लब के उपकार सिंह ने जानकारी दी।
बीमा कंपनी के कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन
भिवानी (हप्र) : आम बजट में बीमा कम्पनियों में विदेशी निवेश 74 प्रतिशत करने तथा कम्पनियों का निजीकरण करने के विरोध में बीमा कम्पनी कर्मचारियों ने जोरदार प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। बुधवार सुबह विभिन्न कर्मचारी व अधिकारी रेडक्रॉस भवन में स्थित यूनाइटेड इंश्योरेंस कम्पनी में एकत्रित हुए और सरकार की निजीकरण की नीति व कर्मचारियों की अन्य मांगोंं को लेकर बैठक की। कर्मचारियों ने बीमा कम्पनियों के निजीकरण को लेकर भारी रोष जताया। उन्होंने वेतन वृद्धि को लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों व अधिकारियों का वेतन संशोधन वर्ष-2000 से लंबित है, लेकिन सरकार इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही। जबकि सरकार निजी कंपनियों का निजीकरण करने में तुली है। उन्होंने कहा कि सरकार की निजीकरण की नीतियों का डटकर विरोध किया जाएगा।