सिरसा, 21 मई (निस)
सरकार द्वारा क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट लागू किया जा रहा है, जिसके विरोध में सिरसा में लैब संचालकों ने बैठक कर रोष जाहिर किया। शनिवार को सुर्खाब पैलेस में जिलाध्यक्ष देवेंद्र गौड़ की अध्यक्षता में लैब संचालकों की बैठक हुई, जिसमें लैब के इस कानून पर निंदा व्यक्त की गई। लैब संचालकों ने कहा कि प्रदेश सरकार कारपोरेट अस्पतालों को लाभ पहुंचाने के लिए इसे यहां लागू नहीं कर रही है। 80 फीसद बेसिक लैबोरेटरी में होती हैं। एक्ट में ये जांचें बेसिक कंपोजिट्स लेबोरेटरी में निश्चित की गई हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी प्रदेश सरकार की गाइडलाइन का हवाला देकर, शोषण कर रहे हैं। इसका हम विरोध जताते हैं। अगर इस कानून को वापिस लेने की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई तो प्रदेशभर में आंदोलन का आगाज होगा और लैब संचालक मजबूरन हड़ताल पर चले जाएंगे। इस बैठक में ऐलनाबाद से प्रदेश उपाध्यक्ष दीपक मेहता व दयाल सिंह, रानियां से वेद प्रकाश व हरजिंद्र सिंह, कालांवाली से देवीलाल व गुरमीत सिंह, डबवाली से सुखराज व नवीन जिंदल, सिरसा से भगवाना राम, अनंत राम, देवेंद्र गौड़, रवि पांडेय, अजीत सिंह, राजेश गोदारा, सोम, अमित गुलाटी भी मौजूद थे।