सोनीपत, 15 दिसंबर (निस)
किसान आंदोलन के चलते 26 नवंबर, 2020 से बंद पड़ा कुंडली-सिंघु बॉर्डर पर 385वें दिन एक बार फिर वाहनों का आवागमन शुरू हो गया है। हालांकि, फिलहाल केवल छोटे वाहनों के लिए ही रास्ता खोला गया है। प्रशासन का कहना है कि मरम्मत का काम पूरा होने के बाद भारी वाहनों के लिए भी मार्ग खोल दिया जाएगा। किसान आंदोलन के स्थगित होने के बाद 11 दिसंबर को किसानों ने वापसी शुरू कर दी थी। इधर शासन व प्रशासन ने कुंडली-सिंघु बॉर्डर को खोलने की तैयारी शुरू कर दी गई। हरियाणा की तरफ करीब साढ़े 8 किलोमीटर के क्षेत्र में 2 दिन के भीतर ही सफाई से लेकर ड्राई मरम्मत का काम पूरा कर लिया गया था, जबकि दिल्ली की ओर सिंघु बार्डर पर बनी कंक्रीट की दीवारों को हटाने में 3 दिनों से भी ज्यादा का समय लगा। वहीं, दीवारें हटाने के बाद वहां सड़क में गहरे गड्ढ़े हो गए, जिसका परिणाम यह हुआ कि बुधवार को दोपहर तक भी बॉर्डर को खोला नहीं जा सका। सोनीपत प्रशासन ने दोपहर बाद 3 बजे बॉर्डर को खुलवाया और छोटे वाहनों का आवागमन शुरू करवाया, लेकिन कुछ देर बाद ही दिल्ली पुलिस ने बेरिकेड्स लगाकर फिर से रास्ता बंद कर दिया। दिल्ली पुलिस ने तर्क दिया किया मरम्मत का काम पूरा न होने के कारण रास्ता बंद किया गया। इसमें पूरे 2 घंटे लगे और शाम करीब 6 बजे फिर से बॉर्डर से बेरिकेड्स हटा दिए गए। फिलहाल केवल छोटे वाहन ही आवागमन कर पाएंगें।
घंटों लगा रहा जाम : बुधवार को सुबह से ही बॉर्डर खुलने व आवागमन शुरू होने की सूचना पर सुबह से ही दिल्ली आवागमन के लिए भारी संख्या में वाहन बॉर्डर पर पहुंच गए लेकिन रास्ता खुला न मिलने के कारण उन्हें यू टर्न लेना पड़ा और दूसरे लिंक मार्गों से होकर जाना पड़ा। ऐसे में बॉर्डर के दोनों ओर कई बार लंबा जाम लगा, जिसे बाद में पुलिस ने डायवर्ट किया। डीसी ललित सिवाच ने कहा कि फिलहाल केवल काम चलाऊ इंतजाम किए गए हैं, क्योंकि मरम्मत के कार्य पर एनजीटी ने प्रतिबंध लगाया है। ऐसे में मिट्टी व पत्थर डालकर गड्ढों को भरा गया है। छोटे वाहनों को ही यहां गुजारा जा सकेगा, जबकि भारी वाहनों को फिलहाल लिंक मार्गों से होकर ही जाना होगा।