दिनेश भारद्वाज/ ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 12 मई
आदमपुर के विधायक कुलदीप बिश्नोई के अब कांग्रेस में बने रहने की संभावना लगभग खत्म हो चुकी है। खबरें इस तरह की भी हैं कि कांग्रेस उन्हें बाहर का रास्ता दिखा सकती है। वहीं, कुलदीप खुद भी पार्टी से संबंध तोड़ने का मन बना चुके हैं। उनका भाजपा में शामिल होना लगभग तय है। भाजपा के अंदरूनी सूत्रों ने इस बात की पुष्टि भी की है।
बताते हैं कि राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग से पहले ही उनकी भाजपा के साथ तमाम मसलों पर बातचीत हो गई थी। उनकी कुछ शर्तें भी थीं, जिन्हें भाजपा ने मंजूर किया है। हालांकि, कुलदीप को विधानसभा में उतनी सीटें नहीं मिलेंगी, जितनी वे मांग रहे थे। इतना जरूर है कि वे भाजपा में शामिल होकर अपने बेटे भव्य बिश्नोई को राजनीतिक रूप से स्थापित करवाने में कामयाब हो सकते हैं। हिसार लोकसभा क्षेत्र और आदमपुर विधानसभा हलके के लिए उनकी बातचीत होने की सूचना है।
2019 के लोकसभा चुनाव में कुलदीप अपने बेटे भव्य के लिए हिसार से टिकट लेने में कामयाब रहे थे, लेकिन भाजपा के बृजेंद्र सिंह की जीत हुई थी। बृजेंद्र सिंह के पिता और पूर्व केंद्रीय मंत्री चौ. बीरेंद्र सिंह के तेवर भी अब बागी से ही दिखते हैं। ऐसे में भाजपा 2024 के चुनाव के लिए संभावित उम्मीदवारों पर मंथन कर रही है। कुलदीप के भाजपा में आने के बाद हिसार से उनका खुद का या उनके बेटे का चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है।
शाह, नड्डा से मुलाकात जल्द
भाजपा के एक सीनियर नेता ने बताया कि कुलदीप के साथ हुई बातचीत में सभी बातें तय हो चुकी हैं। उनकी मानें तो कुलदीप की अगले कुछ दिनों में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात हो सकती है। भाजपा चाहती है कि कुलदीप अभी कांग्रेस न छोड़ें, बल्कि कांग्रेस के फैसले का इंतजार करें।
अगर कांग्रेस उन्हें पार्टी से निकालती है तो उनकी विधानसभा सदस्यता बनी रहेगी। ऐसे में वह भाजपा को खुलकर समर्थन कर सकेंगे।
दुष्यंत के सामने करेंगे खड़ा : कुलदीप से जुड़े सूत्रों का कहना है कि उन्होंने भव्य बिश्नोई को उपमुख्यमंत्री दुष्यंत सिंह चौटाला के मुकाबले खड़ा करने की योजना बनाई है। इनेलो से अलग होकर जजपा का गठन करके दुष्यंत अब सरकार का हिस्सा हैं। दुष्यंत चौ. देवीलाल परिवार की चौथी पीढ़ी से हैं, वहीं भजनलाल परिवार की तीसरी पीढ़ी के रूप में भव्य आगे आएंगे।
उपचुनाव के हालात बने तो बेटा होगा उम्मीदवार
कुलदीप से जुड़े सूत्रों का कहना है कि वे आदमपुर में उपचुनाव के पक्ष में हैं। ऐसा भी हो सकता है कि वह उपचुनाव में भव्य को उतारें। यह चर्चा भी है कि भव्य को केवल विधायक नहीं, बल्कि उन्हें हरियाणा सरकार में मंत्री भी बनवाने की योजना है। फिलहाल कुलदीप ने राज्यसभा चुनाव के नतीजों और कांग्रेस द्वारा दिए गए नोटिस के बाद प्रदेशभर में अपने समर्थकों से मुलाकात का कार्यक्रम तय किया है।