जींद, 18 जुलाई (हप्र)
पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयप्रकाश उर्फ जेपी ने कहा कि कुलदीप बिश्नोई ने राज्यसभा चुनाव में भाजपा का साथ देकर कांग्रेस पार्टी से विश्वासघात और आदमपुर के मतदाताओं का अपमान किया है। कुलदीप बिश्नोई अंतर आत्मा की बात करते हैं, लेकिन वह तो उनकी खत्म हो चुकी है। अगर उनमें अंतर आत्मा होती तो जिन लोगों ने उनको चुनकर विधानसभा में भेजा है और जिस कांग्रेस पार्टी के सिंबल पर उन्होंने चुनाव जीता, वो उसका मान रखते।
पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश सोमवार को जींद में कांग्रेस नेता गंगा सिंह लाठर के आवास पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। जेपी ने कहा कि उन्हें तो अभी तक भी तसल्ली नहीं है कि कुलदीप बिश्नोई विधायक पद से इस्तीफा देंगे। कांग्रेस शासनकाल के दौरान कुलदीप बिश्नोई मेरे साथ ही सांसद थे। उस समय भी कुलदीप बिश्नोई ने अलग पार्टी बना ली थी और जनता को कह दिया कि मैंने कांग्रेस को छोड़ दिया, लेकिन 15 मार्च 2008 को इस्तीफा दिया। इसी तरह अब भी कुलदीप की तसल्ली नहीं है कि वह विधायक पद से इस्तीफ देंगे। मौके पर युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष दिनेश डाहोला समेत कई कार्यकर्ता मौजूद थे।
लेकिन अगर उपचुनाव होता है तो उसमें बरोदा की तर्ज पर कांग्रेस की जीत सुनिश्चित है। आदमपुर की जनता कुलदीप बिश्नोई को वोट की चोट से सबक सिखाएगी। जेपी ने कहा कि भाजपा की केंद्र व राज्य सरकार की गलत नीतियों के चलते आज खेती घाटे का सौदा हो गई है और किसान खेती को छोडऩे पर मजबूर हो रहा है। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने मुख्यमंत्री रहते हुए स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट व सीटू के फार्मूले को लागू करने की सिफारिश की थी, लेकिन मौजूदा सरकार किसानों से धोखा कर रही है। पिछले दिनों आंदोलन में 700 के करीब किसानों की जान गई थी, लेकिन आज तक केंद्र सरकार ने स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने के लिए कमेटी तक का गठन नहीं किया है। उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार की अलग-अलग विचारधार व सोच है। संघीय ढांचे में अगर राज्य व केंद्र की अलग-अलग नीति हो तो इससे जनता को बहुत बड़ा नुकसान होता है। इसी का परिणाम है कि प्रदेश के किसान गुलाबी सुंडी के मुआवजे के लिए पिछले एक साल से धरने दे रहे हैं, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है।