चंडीगढ़, 29 जून (ट्रिन्यू)
पूर्व सांसद एवं वरिष्ठ भाजपा नेता कुलदीप बिश्नोई अपने बेटे और आदमपुर से विधायक भव्य बिश्नोई को खट्टर कैबिनेट में शामिल करवाने की जुगत में हैं। बिश्नोई समाज के वोट बैंक पर पकड़ बनाए रखने के लिए राजनीतिक रूप से यह उनके लिए जरूरी भी हो गया है। साथ ही, राजस्थान में बिश्नोई समाज के प्रभाव वाली लोकसभा व विधानसभा की सीटों पर भी भव्य बिश्नोई के मंत्री बनने से सकारात्मक असर पड़ सकता है। गत दिवस नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के दौरान कुलदीप बिश्नोई ने भव्य को कैबिनेट में शामिल करवाने का आग्रह किया। कुलदीप ने 2019 में कांग्रेस टिकट पर आदमपुर से विधानसभा चुनाव जीता था। इसी वर्ष हुए लोकसभा चुनाव में भव्य बिश्नोई हिसार लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार थे। चौ. उदयभान को कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष बनाए जाने के बाद कुलदीप ‘बागी’ हो गए और उन्होंने पत्नी रेणुका बिश्नोई (पूर्व विधायक) व बेटे भव्य बिश्नोई के साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा में शामिल होने से पहले उन्होंने आदमपुर से इस्तीफा दे दिया। ऐसे में यहां उपचुनाव हुआ और भाजपा ने कुलदीप के बेटे भव्य को अपना उम्मीदवार बनाया। भव्य के विधायक बनने के बाद से ही यह चर्चा थी कि उन्हें खट्टर कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है, लेकिन अभी तक बिश्नोई शुभचिंतकों का यह सपना पूरा नहीं हो पाया। अब एक बार फिर कुलदीप ने अपने बेटे के लिए लॉबिंग शुरू कर दी है।
लॉबिंग का यह दौर भी इसलिए शुरू हुआ है, क्योंकि जुलाई में हरियाणा मंत्रिमंडल में बदलाव की अटकलें लगाई जा रही हैं। ऐसे में कुलदीप चाहते हैं कि उनके बेटे को मंत्री बनाया जाए ताकि आदमपुर हलके के साथ-साथ राजस्थान में भी इसका राजनीतिक फायदा पार्टी को हो सके। राजस्थान में बिश्नोई वोट बैंक कई सीटों पर हार-जीत में अहम भूमिका अदा करता है। बकौल कुलदीप, विधानसभा की 37 और लोकसभा की सात सीटों को बिश्नोई समाज प्रभावित करता है। राजस्थान चुनावों के मद्देनजर ही कुलदीप बिश्नोई ने शाह के सामने बिश्नोई समाज को ओबीसी में शामिल करने का भी मुद्दा उठाया है।
पीएम मोदी, शाह की रैली करवाने की पेशकश
कुलदीप बिश्नोई ने केंद्रीय गृहमंत्री शाह से मुलाकात के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी और शाह की राजस्थान व हरियाणा में रैली करवाने की भी पेशकश की है। वे दोनों दिग्गज नेताओं को हरियाणा व राजस्थान में बुलाकर अपनी राजनीतिक ताकत दिखाना चाहते हैं। यह पहले से ही तय है कि भाजपा राजस्थान विधानसभा के चुनावों में बिश्नोई वोट बैंक को रिझाने के लिए कुलदीप बिश्नोई को बतौर स्टार प्रचारक भी मैदान में उतार सकती है। कुछ लोगों का ऐसा भी कहना है कि कुलदीप को राजस्थान से लोकसभा का चुनाव भी लड़वाया जा सकता है। हालांकि वे हिसार से चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं, लेकिन एक ही परिवार में दो टिकट नहीं देने का नीतिगत फैसला पार्टी ने लिया हुआ है।