ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 3 अगस्त
भूतपूर्व सीएम स्व. चौ. भजनलाल के बेटे व आदमपुर के विधायक कुलदीप बिश्नोई ने एक बार फिर कांग्रेस का हाथ छोड़ दिया है। इसके साथ ही उन्होंने विधानसभा की सदस्यता भी छोड़ दी है। बुधवार को उन्होंने विधानसभा में स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता को अपना इस्तीफा सौंपा। कुलदीप अब बृहस्पतिवार को भाजपा में शामिल होंगे। हिसार लोकसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुके उनके बेटे भव्य बिश्नोई, मां जसमा देवी और पत्नी रेणुका बिश्नोई भी भाजपा की सदस्यता ग्रहण करेंगी। जसमा देवी आदमपुर और रेणुका बिश्नोई आदमपुर तथा हांसी से विधायक रह चुकी हैं। कुलदीप ने पूरे प्रदेश से अपने समर्थकों को भी बृहस्पतिवार को नयी दिल्ली बुलाया है। वे समर्थकों को भी भाजपा में साथ ही लेकर जा रहे हैं।
विधानसभा में इस्तीफा सौंपने के दौरान कुलदीप के साथ उनकी पत्नी रेणुका बिश्नोई, डिप्टी स्पीकर रणबीर सिंह गंगवा, फतेहाबाद के विधायक चौ. दूड़ाराम, रतिया के विधायक लक्ष्मण नापा और हांसी के विधायक विनोद भ्याना भी मौजूद रहे। बताते हैं कि इस्तीफा देने के बाद कुलदीप ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से भी मुलाकात की। कुलदीप की भाजपा में ज्वाइनिंग के दौरान सीएम भी नयी दिल्ली में उनके साथ मौजूद रहेंगे।
मोदी, खट्टर की तारीफ भाजपा और पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कुलदीप ने कहा कि भाजपा देशहित में सोचती है। मोदी की कार्यशैली और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की प्रदेश के विकास के प्रति सोच से प्रभावित होकर मैंने कांग्रेस छोड़ने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी निडर पीएम हैं और देश उनके हाथों में सुरक्षित है।
कहा- कांग्रेस में अब सिद्धांत नहीं : इस्तीफा देने के बाद मीडिया से बातचीत में कुलदीप ने कहा, ‘मेरे हलके के अलावा राजस्थान के समर्थकों की ओर से काफी लंंबे समय से कहा जा रहा था कि आप अपनी अंतर-आत्मा की आवाज से काम लें। मैंने हलके के लोगों से विचार-विमर्श किया और उनकी सहमति व मांग के बाद ही यह कदम उठाया है।’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस में अब सिद्धांत नहीं रहे, अब वह इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के समय वाली पार्टी नहीं रही।
भूपेंद्र हुड्डा का चैलेंज कबूल !
कलायत (निस) : कुलदीप बिश्नोई ने कहा, ‘मैं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का चैलेंज कबूल करता हूं और आज ही इस्तीफा दे रहा हूं। भूपेंद्र हुड्डा या उनका बेटा आदमपुर से मेरे खिलाफ चुनाव लड़ ले, जो हारेगा वो राजनीति छोड़ देगा।’ वह पंडित विनोद निर्मल के प्रतिष्ठान पर मौजूद लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा के 10 साल के कार्यकाल में वे मंत्री नहीं रहे, इसके बावजूद उनकी तरफ से उन्हें आदमपुर से चुनाव लड़ने की खुली चुनौती है। इस अवसर पर विप्र फाउंडेशन के जिला अध्यक्ष सुरेश चौशाला, विजय निर्मल, अंकुर शर्मा, मास्टर अमरनाथ किठानिया, सुनील कौशिक कैथल, राहुल राणा, रमेश राणा, संजय शर्मा, दीपक भट्ट, अनिल ढूंढवा आदि मौजूद रहे।