हिसार, 28 जून (हप्र)
खरीफ 2020 जलभराव, ओलावृष्टि, सफेद मक्खी, अंधड़ से बर्बाद हुई फसलों की गिरदावरी अनुसार मुआवजा, बीमा कम्पनी एवं कृषि विभाग पर धोखाधड़ी का केस दर्ज करनेे, गेहूं की फसल का भुगतान, नहरों में पानी, जल घरों और जोहड़ों में पीने का पूरा पानी मिले आदि मांगों को लेकर उपायुक्त कार्यालय पर चल रहा बेमियादी धरना सोमवार को 63वें दिन में प्रवेश कर गया। धरने की अध्यक्षता कृष्ण कुमार सांवत व राजकुमार झिंझरिया ने संयुक्त रुप से की। मंच संचालन जिला सचिव सतबीर धायल ने किया। इस दौरान किसान सभा ने बढ़ती तेल कीमतों पर जताई भी चिंता जताई। जिला प्रधान शमशेर सिंह नंबरदार ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि जब तक तीन काले कानूनों को वापस लेने, समर्थन मूल्य पर फसल खरीद की गारंटी का कानून व स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करवाने की मांग पूरी नहीं होती, किसानों का आंदोलन जारी रहेगा। जिला सचिव सतबीर धायल ने कहा कि अब किसान सभा गांवों में घर-घर जाकर समर्थन जुटाएगी और आंदोलन को और तेज करेंगे। धरने को प्रेस सचिव सूबेसिंह बूरा, सतबीर पिलानिया, संदीप धीरणवास, कुलदीप खरड़, राजू भगत, रिमन नैन, दशरथ मलिक, संदीप सिवाच, विजेन्द्र भांभु, सतबीर भाकर, बलबीर सिंह बिश्रोई आदि ने भी संबोधित किया।
आंदोलन में जोड़ी जाएगी तेल कीमतें घटाने की मांग
नंबरदार ने कहा कि तेल की कीमतें दुनिया में कम हो रही है और भारत में हर रोज बढ़ रही हैं। किसानों की हालत ट्रेक्टरों में तेल डलवाने की नहीं रही। कीमतें घटानें की मांग भी अपने आंदोलन में जोड़ी जाएंगी।