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Kidnapping case in Rohtak रोहतक जिला परिषद सदस्य के 10 वर्षीय बेटे का अपहरण, वोट राजनीति का आरोप

पूर्व गैंगस्टर की पत्नी और जिला परिषद अध्यक्ष पर अपहरण का आरोप, आरोप से किया इनकार
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सुनीत धवन/ट्रिब्यून न्यूज सर्विस

रोहतक, 21 अक्तूबर

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Kidnapping case in Rohtak रोहतक जिला परिषद सदस्य नीलम खत्री के 10 वर्षीय बेटे का आज इस्माइला गांव से कथित तौर पर अपहरण कर लिया गया। नीलम के पति, एडवोकेट जगबीर खत्री ने आरोप लगाया है कि अपहरणकर्ताओं ने उनकी पत्नी को फोन कर धमकी दी कि अगर उन्होंने जिला परिषद की अध्यक्ष मंजू हुड्डा के पक्ष में वोट नहीं दिया, तो उनके बेटे की हत्या कर दी जाएगी।

यह उल्लेखनीय है कि जिला परिषद के 14 में से 10 सदस्यों ने अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग की है, जिसकी बैठक बुधवार को बुलाई गई है।

जगबीर खत्री ने कहा कि बैठक से दो दिन पहले हमारे बेटे का अपहरण कर लिया गया ताकि मेरी पत्नी पर दबाव डाला जा सके कि वह अध्यक्ष के पक्ष में वोट करें। हमने इस संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।

मुझे घटना के लिए दोषी ठहराना गलत, अस्वीकार्य : मंजू हुड्डा

Kidnapping case in Rohtak मामले में मंजू हुड्डा ने इस आरोप को खारिज करते हुए कहा कि जब मुझे अपहरण की जानकारी मिली, तो मैंने मदद की पेशकश की थी, लेकिन अब मुझे ही इस घटना के लिए दोषी ठहराया जा रहा है, जो पूरी तरह गलत और अस्वीकार्य है। परिषद के सदस्य लंबे समय से मुझे निशाना बना रहे हैं, लेकिन मैंने कभी उनके खिलाफ कुछ नहीं किया। अब वे सभी सीमाएं पार कर चुके हैं, और मैं भी इस मामले में उचित कार्रवाई करूंगी।

हुड्डा के खिलाफ लड़ा था विधानसभा चुनाव

गौरतलब है कि मंजू हुड्डा ने हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार के रूप में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा के खिलाफ गढ़ी सांपला-किलोई विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था, लेकिन वह हार गईं थीं। मंजू के पति, राजेश उर्फ सरकारी, पूर्व में एक गैंगस्टर रहे हैं, हालांकि अब वह व्यवसाय और सामाजिक सेवा में लगे हुए हैं।

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