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कलेसर रेंज में खैर तस्करों का वन कर्मचारियों पर हमला

कर्मचारियों पर लाठी-डंडे और पत्थर बरसाए, 6 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज
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प्रताप नगर क्षेत्र में खैर तस्करों द्वारा क्षतिग्रस्त किया गया वन विभाग की गाड़ी का शीशा।‌-हप्र
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कलेसर रेंज के खिल्लों वाला गांव के पास खैर तस्करों ने वन विभाग की टीम पर जानलेवा हमला कर दिया। तस्करों ने वन कर्मचारी पर लाठी-डंडे और पत्थर बरसाए। कर्मचारी चोटिल हो गये।‌ वन विभाग की गाड़ी को क्षतिग्रस्त कर दिया। कलेसर और छछरौली रेंज की संयुक्त टीम ने खैर तस्करों के खिलाफ संयुक्त नाकाबंदी के दौरान इन पर हमला किया गया। वन विभाग के दारोगा पवन कुमार और सचिन मलिक ने जमशेद, कासिम, सलामू, इकराम वलीदीन और महबूब उर्फ बूबे के खिलाफ शिकायत दी है।

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जानकारी के अनुसार खिल्ला वाला बीट से काटे गए खैर को बनिया वाला के रास्ते से होकर जाटो वाला गांव की ओर ले जाने की भनक वन विभाग को लगी थी। नाकाबंदी के दौरान वन कर्मियों ने वाहन रोकने की कोशिश की तो तस्करों ने विभाग की गाड़ी को टक्कर मार दी। इसके बाद उन्होंने कर्मचारियों के साथ मारपीट, गाली-गलौज और गाड़ियों पर पथराव किया। लाठी-डंडों से गाड़ी को तोड़ने का प्रयास किया गया और वन कर्मियों को जान से मारने की धमकियां दी गईं।

बेशकीमती और तस्करों की पहली पसंद खैर की लकड़ी का उपयोग फर्नीचर, इमारतों में और कत्था बनाने में होता है। एक खैर का पेड़ तैयार होने में 15 से 20 साल लगते हैं। कलेसर जंगल से हर साल सैकड़ों क्विंटल खैर चोरी होती है। एक क्विंटल खैर की कीमत 18 से 20 हजार रुपये तक होती है, जिससे तस्करों को भारी मुनाफा होता है। यही वजह है कि खैर के पेड़ लगातार तस्करों के निशाने पर रहते हैं।

थाना प्रताप नगर के प्रभारी बोले

थाना प्रताप नगर के प्रभारी नरसिंह का कहना है कि वन कर्मियों पर हमला करने की शिकायत प्राप्त हुई है। फिलहाल तीन लोगों को नामजद किया है। उन्होंने बताया कि मामले में अन्य आरोपियों की संलिप्तता की जांच की जा रही है। आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा ।

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