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करनाल में सबसे अधिक ‘कबूतरबाज’, 648 केस दर्ज

फर्जी ट्रेवल एजेंट्स का नेक्सस तोड़ने में जुटी हरियाणा पुलिस
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चंडीगढ़, 6 दिसंबर (ट्रिन्यू)

विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने वाले फर्जी ट्रेवल एजेंट्स के नेक्सस को तोड़ने के लिए हरियाणा पुलिस द्वारा प्रभावी कार्ययोजना बनाई है। 2023 में अक्टूबर माह के अंत तक पुलिस द्वारा प्रदेश में 650 मुकदमे दर्ज किए गए थे। वहीं, इस साल अक्तूबर के अंत तक 578 केस दर्ज किए हैं। इस आंकड़े के आधार पर पुलिस यह मानती है कि लोगों में जागरूकता आई है और अवैध तरीके से विदेश भेजने के मामलों में कमी आई है। हरियाणा पुलिस द्वारा अवैध इमीग्रेशन संबंधी शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई के लिए हेल्प लाइन नंबर 8053003400 भी जारी किया है। डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने बताया कि 2023 में दिसंबर के अंत तक अवैध इमीग्रेशन के 750 केस दर्ज किए गए। हरियाणा में ऐसे सबसे अधिक मामलें करनाल, कुरुक्षेत्र, अम्बाला, कैथल, यमुनानगर तथा पानीपत जिलो से सामने आए हैं। इस प्रकार के मामलों पर त्वरित कार्यवाही को लेकर अप्रैल 2023 में एसआईटी भी गठित की गई थी। यदि आंकड़ों पर नजर डालें तो पिछले 6 वर्षों में हरियाणा में फर्जी ट्रैवल एजेंटों तथा अवैध इमीग्रेशन से संबंधित 2606 मुकद्दमे दर्ज किए हैं। 2019 में 213, 2020 में 582, 2021 में 183, 2022 में 300, 2023 में 750 तथा 2024 में अक्टूबर के अंत तक 578 मुकद्दमे दर्ज हुए। पिछले 6 वर्षों में सबसे अधिक 658 मुकद्दमे करनाल जिला में दर्ज किए गए। वहीं कुरुक्षेत्र में इस अवधि के दौरान 574, अंबाला में 457, कैथल में 256, यमुनानगर में 217, पानीपत में 106 मुकद्दमे दर्ज किए गए।

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हर जिले में डीएसपी नोडल अधिकारी

इस तरह के मामलों से लोगों को बचाने के लिए जिलों में डीएसपी रैंक के अधिकारी को नोडल अधिकारी बनाया है। ट्रेवल एजेंट्स पर शिकंजा कसने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों सहित पुलिस अधीक्षकों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए हैं कि वे अवैध इमीग्रेशन संबंधित फ्रॉड के लिए निर्धारित एसओपी के हिसाब से काम करते हुए मॉनिटरिंग करें। वे इस बात का विशेष ध्यान रखें कि ऐसे मामलों की कितनी शिकायतें आई हैं, कितनी एफआईआर हुई, कितने अपराधी पकड़े और उनसे कितनी रिकवरी हुई।

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