जगाधरी, 24 जुलाई (निस)
मंगलवार को सावन की शिवरात्रि है। इस दिन श्रद्धालु भोले का जलाभिषेक करते हैं। यह जलाभिषेक गंगा जल, शहद, दूध, धतूरा, दही, तिल का तेल, बेलपत्र आदि से किया जाता है।
पिछले करीब एक हफ्ते से कांवड़ यात्रा चल रही है। इसे लेकर सामाजिक व धार्मिक संथाओं ने जगह-जगह कांवड़ सेवा शिविर लगा रखे हैं।
इनमें शिवभक्त कांवड़ियों की पूरी श्रद्धा भाव से देखभाल की जा रही है। जैसे-जैसे शिवरात्रि नजदीक आ रही है,वैसे-वैसे सड़कों व सेवा शिविरों में कांवड़ियों की संख्या बढ़ रही है। समय रहते अपने इलाके के मंदिर-शिवालयों में पहुंचने के लिए शिव भक्त कांवड़ियों ने तेजी पकड़ ली है। अब ये शिविरों में कम ही विश्राम कर रहे हैं। अब हरिद्वार के लिए वाहनों में कांवड़ लेकर आने वाले जा रहे हैं।
जगाधरी के बिलासपुर रोड, अंबाला मार्ग, पांवटा-जगाधरी नेशनल हाईवे, पुराना सहानपुर रोड, शहजादपुर -पांसरा मार्ग, बीकेडी, यूकेडी आदि मार्गों पर कांवड़िये हरिद्वार आ-जा रहे हैं।
जगाधरी इलाके से पंजाब, हरियाणा, साथ लगते हिमाचल प्रदेश से हजारोंं की संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार कांवड़ लेने जाते हैं। कांवड़ियों को दिक्कत न हो इसे लेकर हर चौक-चौराहों पर पुलिस, होम गार्ड के जवान व एनसीसी के कैडेट्स तैनात हैं। वहीं शिविर संचालक कांवड़ियों को रोक-रोक कर सेवा शिविरों में ठहरा रहे हैं।