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फर्जी सर्वे पर कमल गुप्ता ने कंपनी को दिलवाये 18 की बजाय 58 करोड़ : गौतम सरदाना

पूर्व मेयर ने अपने पूर्व साथी भाजपा प्रत्याशी पर लगाया आरोप
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हिसार, 15 सितंबर (हप्र)

भाजपा की टिकट पर हिसार नगर निगम के मेयर बनने वाले हिसार से निर्दलीय प्रत्याशी गौतम सरदाना ने भाजपा प्रत्याशी पूर्व निकाय मंत्री डॉ. कमल गुप्ता को प्रोपर्टी सर्वे करने वाली याशी कंपनी का प्रत्याशी करार देते हुए आरोप लगाया कि इन्होंने शहर की जनता को परेशान करने वाली कंपनी को 18 करोड़ की बजाय 58 करोड़ रुपये का भुगतान करवाया जबकि कंपनी पर टेंडर राशि से दो से चार गुणा जुर्माना लगना था।

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वहीं, भाजपा प्रत्याशी डॉ. कमल गुप्ता ने इसके लिए पूर्व निकाय मंत्री कविता जैन, अनिल विज को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि उन्होंने तो याशी कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी। उनका कहना है कि याशी कंपनी को जो भी भुगतान हुआ, उसकी फाइल मुख्यमंत्री कार्यालय से होकर गुजरी है।

डॉ. कमल गुप्ता को टिकट मिलने के बाद बागी हुए पूर्व मेयर गौतम सरदाना हिसार से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं। रविवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए गौतम सरदाना ने कहा कि याशी कंपनी ने प्रॉपर्टी आईडी के सर्वे में फर्जीवाड़ा एवं घोटाला करके हिसार वासियों को दो सालों तक धक्के खाने को मजबूर कर दिया था। इसके बाद बतौर मेयर उन्होंने कहा कि 24 अप्रैल, 2022 को नगर निगम हाउस द्वारा याशी कंपनी की पेमेंट रोकने, सर्वे दोबारा करवाने एवं सर्वे की जमीनी स्तर पर जांच करवाने की मांग की लेकिन पूर्व निकाय मंत्री एवं भाजपा प्रत्याशी डॉ. कमल गुप्ता ने उस कंपनी को न केवल क्लीन चिट दे दी, बल्िक कंपनी को 58 करोड़ रुपये का भुगतान करवा दिया जो कानूनी तौर पर गलत था।

मैंने कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई : गुप्ता

भाजपा प्रत्याशी एवं पूर्व निकाय मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने कहा कि याशी कंपनी को टेंडर छह साल पहले अलॉट किया गया था और उस दौरान निकाय मंत्री कविता जैन और बाद में अनिल विज थे, वे काफी बाद में निकाय मंत्री बने थे। उन्होंने तो याशी कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी और कपंनी का पुराना एमओयू रद्द करते हुए उसे विभाग से ही हटवा दिया था। कंपनी को जितना भी पैसा मिला, वह निमयों के अनुसार मिला और हर फाइल मुख्यमंत्री कार्यालय तक गई। उन्होंने कहा कि आज चुनाव में गौतम सरदाना को भाजपा टिकट नहीं मिली तो वे यह बात कर रहे हैं, उन्होंने पहले यह मामला क्यों नहीं उठाया।

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