ललित शर्मा/जीत सैनी
कैथल/गुहला चीका, 12 जुलाई
घग्गर नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर जाने और एसवाईएल का किनारा टूटने के बाद जिला कैथल के 35 गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया है। इतना ही नहीं आज गुहला चीका से पंजाब के पटियाला को जाने वाले रास्तों का भी संपर्क टूट गया है।
सड़क पर तीन से चार फीट पानी जमा हो गया है। मंगलवार रात तक घग्गर नदी का जलस्तर 27 फीट तक था, जो बुधवार सुबह 11 बजे तक 28.3 फीट के गेज को पार गया है। यह खतरे के 23 फीट पर निर्धारित निशान से पांच फीट से भी ऊपर चला गया है। बुधवार को गांव खरल के पास एसवाईएल का किनारा टूट गया। इससे गांव के खेतों में जलभराव हो गया है। घग्गर नदी में जलस्तर बढ़ने के बाद स्थिति बेहद खराब हो रही है। इससे किसानों की हजारों एकड़ की फसल भी जलमगन हो गई है।
अंबाला में बाढ़ के कारण घग्गर नदी में आया पानी अब कैथल पहुंच रहा है।एनडीआरएफ की टीम भी मौके पर बचाव कार्यों को लेकर जुटी है। चीका क्षेत्र के 3-4 डेरों में एनडीआरएफ की टीम ने बचाव कार्य किया है। बुधवार को डीसी जगदीश शर्मा घग्गर नदी पर पहुंचे और पानी को रोकने के प्रबंध शुरू करवाए। टटियाना व खराल के बीच हांसी-बुटाना नहर टूटने से टटियाना व आसपास के इलाके में पानी भर गया है। मध्य रात्रि को टटियाना व खराल के बीच हांसी-बुटाना नहर की पटरी टूट गई। बता दें कि यह इलाका हेरिटेज बोर्ड के क्षेत्राधिकार मे है। इस बाबत सूचना प्राप्त होने पर मौके पर पहुंचे हेरिटेज बोर्ड के अभियंता दिग्विजय शर्मा ने बताया कि सिंचाई विभाग व ग्रामीणों से मिलकर टूटी हांसी बुटाना नहर की पटरी को पाटने का काम शुरू हो चुका है। विधायक ईश्वर सिंह तथा डीसी जगदीश शर्मा ने लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में सभी संबंधित अधिकारियों की बैठक लेकर आपदा प्रबंधन हेतु किए जा रहे कार्यों की फीडबैक ली। जिला के प्रशासनिक सचिव वरिष्ठ आईएएस अधिकारी विकास गुप्ता ने कहा कि घग्घर नदी में जल स्तर बढ़ने के कारण क्षेत्र के कई गांव व उनके साथ लगते डेरों में जल भराव अधिक हुआ है, जिसके कारण कुछ क्षेत्र से सड़क संपर्क टूटा है। बाढ़ के चलते हरियाणा व पंजाब की सडक़ों का आपस में संपर्क पूरी तरह टूट गया जिसके चलते यातायात व्यवस्था पूरी तरह ठप होकर रह गई। सरकारी बसें कल से ही बंद हैं।
आसपास के स्कूल व आद्यौगिक प्रतिष्ठान भी बंद जैसी स्थिति में ही दिखाई दे रहे हैं। पंजाब क्षेत्र में फौज आ जाने से गुहला चीका क्षेत्र में भी फौज आने के चर्चे शुरू हो गए और जब लोगों ने फौजियों की इक्का-दुक्का गाड़ी हरियाणा सीमा में देखी तो उन्हें भी लगा कि यहां के लोगों की सहायता के लिए भी फौज आ गई है।बाद में पता चला कि फौजियों की गाड़ियां पंजाब क्षेत्र से आई थीं।
चारों ओर जल ही जल, 100 फीसदी फसलें तबाह
घग्गर नदी बांध से जब ग्रामीण क्षेत्रों में देखा जाता है तो दूर-दूर तक जल के अलावा कुछ दिखाई नहीं देता। बांध पर खड़े होकर जब पहले हरी भरी फसलों का जो नजारा देखने को मिलता था, वह गायब हो गया है। किसानों की सौ फीसदी फसल तबाह हो गई है। हालांकि फसल के रूप में फिलहाल धान की पौध ही लगाई गई थी, परंतु किसानों का कहना है कि यह पौध ही आगे जाकर धान में परिवर्तित होनी थी।
समाजसेवी संस्थाओं ने पीड़ितों तक पहुंचाई राहत सामग्री
शहर की श्री सनातन धर्म महावीर दल, श्री भवानी मंदिर, बसंती माता मंदिर, नेकी का घर व कुछ अन्य समाजसेवी संस्थाओं ने बड़ी मात्रा में बाढ़ में फंसे लोगों के लिए खाना, पानी की बोतलें व दवा आदि का इंतजाम किया और प्रशासन के सहयोग से लोगों तक बड़ी संख्या में राहत सामग्री पहुंचाई।