टोहाना, 19 मार्च (निस)
अपने तुच्छ स्वार्थों के लिए न्यायपालिका को टूल और हथियार के रूप में प्रयोग करने का मुद्दा अब पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट तक पहुंच गया है। जस्टिस विवेक पुरी ने मामले की गंभीरता के मद्देनजर इन मुद्दों से संबंधित ज्ञापन का संज्ञान लिया है। टोहाना न्यायालयों के वार्षिक निरीक्षण हेतु पहुंचे जस्टिस पुरी के समक्ष सामाजिक कार्यकर्ता शंकर निर्मल भरेजा ने इस गंभीर मुद्दे को उठाते हुए जनहित और लोकतंत्र से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर लिखित ज्ञापन सौंपा।
शंकर भरेजा ने बताया कि उन्होंने जस्टिस को ऐसे तथ्य और दस्तावेजी साक्ष्य उपलब्ध करवाए हैं, जो यह साबित करते हैं कि भ्रष्ट अफसरशाही न्यायिक अधिकारियों के जानमाल की सुरक्षा के प्रति भी लापरवाह रवैया अपनाए हुए हैं। ऐसे में आमजन के प्रति उनसे संवेदनशीलता की अपेक्षा करना बेमानी हो जाता है। इस अवसर पर सत्र न्यायाधीश डी आर चालिया, उपमंडल न्यायिक मजिस्ट्रेट सुनील कुमार, न्यायिक मजिस्ट्रेट राकेश कुमार व मनमीत कौर एवं टोहाना बार के अध्यक्ष सुरेश चावला सहित अन्य न्यायिक अधिकारी व अधिवक्ता गण मौजूद थे।