Justice for Manisha: मनीषा के परिजनों का अंतिम संस्कार से इनकार, हजारों लोग सड़क पर; ढाणी लक्ष्मण में हालात तनावपूर्ण
लोहारू क्षेत्र के गांव ढाणी लक्ष्मण की 19 वर्षीय टीचर मनीषा की मौत को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। प्रशासन जहां इसे आत्महत्या बता रहा है, वहीं ग्रामीण और परिजन इसे षड्यंत्रजनित हत्या मान रहे हैं। इसी विरोध में सोमवार को हजारों लोग सड़क पर उतर आए और शव के अंतिम संस्कार से इनकार कर दिया।
जिला प्रशासन जब मनीषा का शव लेकर उसके गांव पहुंचा तो गुस्साए ग्रामीणों ने ढिगावा में ही सड़क जाम कर दी और शव को आगे बढ़ने से रोक दिया। मौके पर ही महापंचायत शुरू हो गई, जिसमें न्याय की मांग को लेकर नए सिरे से रणनीति बनाई जा रही है।
मृतका के पिता संजय ने प्रशासनिक दावों को खारिज करते हुए कहा कि मेरी बेटी आत्महत्या नहीं कर सकती। यह साफ-साफ षड्यंत्र है। उसे न्याय दिलाने के लिए पूरा गांव मेरे साथ खड़ा है।
धरने पर बैठे लोगों ने साफ कर दिया है कि न्याय मिलने तक अंतिम संस्कार नहीं होगा। वे सीबीआई जांच, अदालत, महिला आयोग सहित हर स्तर पर अपनी लड़ाई जारी रखने की तैयारी कर रहे हैं।
स्थिति को देखते हुए प्रशासन और ग्रामीणों के बीच तनाव गहराता जा रहा है। एहतियातन भिवानी और दादरी जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं ताकि माहौल न बिगड़े। इस बीच बड़ी संख्या में लोग गांव की ओर उमड़ रहे हैं और पुलिस को गांव की सीमा से दूर रोकने की कोशिश की जा रही है। यह घटनाक्रम न केवल प्रशासन के दावों को कटघरे में खड़ा करता है, बल्कि ग्रामीणों के भीतर गहराते अविश्वास और आक्रोश को भी उजागर करता है।