गुरुग्राम, 20 अप्रैल (हप्र)
दिल्ली-वड़ोदरा सुपर एक्सप्रेस-वे के घामडोज गांव स्थित टोल प्लाजा के विरोध में मोर्चा खोले स्थानीय लोगों की बात सुनने के लिए ज्वाइंट कमेटी के अधिकारियों ने क्षेत्र का निरीक्षण किया। कमेटी के समक्ष टोल हटाओ संघर्ष समिति के सदस्यों ने ग्रामीणों का पक्ष रखा। कमेटी के वापस लौटते ही एक्सप्रेस-वे पर पुनः टोल वसूली का कार्य शुरू कर दिया गया।
डिप्टी सीएम के निर्देश पर बुधवार को नेशनल हाईवे अथोरिटी आॅफ इंडिया व पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों की ज्वाइंट कमेटी ग्रामीणों के टोल शुल्क में माफी की मांग के लिए दिए जा रहे तर्कों की ‘ग्रांउड रियलिटी’ की जांच करने पहुंची। पीडब्ल्यूडी के एसई प्रवीण चौधरी तथा एनएचएआई के प्रोजेक्ट मैनेजर विकास मित्तल के समक्ष टोल हटाओ संघर्ष समिति के पहलवान सतबीर गुर्जर, मनोज राघव समेत कई लोगों ने स्थानीय लोगों की समस्या रखी। सतबीर गुर्जर ने बताया कि अलीपुर, घामड़ोज, गढ़ी मुरली, रायसीना, हरियाहेड़ा, भोंडसी, नयागांव, रिठौज बहल्पा, बादशाहपुर समेत अनेक ऐसे गांव हैं जिनके निवासियों को दिन में अनेक दफा घरेलू कार्यों एक दूसरे गांव आना-जाना पड़ता है लेकिन अब इन गांवों के बीच टोल प्लाजा ‘लाइन आॅफ कंट्रोल’ की तरह बना दिया गया है। एंट्री व एग्जिट प्वाइंट सीमित होने के कारण इन गांवों के लोग स्थानीय क्षेत्रों में आने जाने के लिए एक्सप्रेस-वे का इस्तेमाल कर ही नहीं पाएंगे लेकिन टोल क्राॅस करने के कारण उनसे टोल वसूला जाएगा। इन्होंने सवाल उठाया कि जब ग्रामीण टोल रोड का प्रयोग की नहीं कर पाएंगे तो टोल शुल्क की वसूली क्यों। ग्रामीणों ने ज्वाइंट कमेटी के अधिकारियों को दिखाया कि किस तरह से अधूरे कार्य के बावजूद टोल शुल्क वसूली शुरू कर दी गई है। करीब डेढ़ घंटे तक कमेटी के सदस्यों ने निरीक्षण किया और बाद में टीम वापस लौट गई।
टोल प्रबंधन कंपनी के एक अधिकारी ने बताया कि सोहना एसडीएम के निर्देश पर टोल शुल्क वसूली का कार्य बंद कर रखा था लेकिन कमेटी के दौरा करने के बाद पुनः टोल शुल्क वसूली शुरू कर दी गई है। अधिकारी ने कहा कि सरकार व प्रशासन की ओर से मिलने वाले दिशा निर्देशों का पालन किया जायेगा।