चंडीगढ़, 4 मार्च (ट्रिन्यू)
हरियाणा सरकार द्वारा लव जिहाद के मामलों से निपटने के लिए बनाए जा रहे कानून से भाजपा की गठबंधन सहयोगी जजपा सहमत नहीं है। जजपा को ‘लव जिहाद’ शब्द से आपत्ति है। जजपा नेता व डिप्टी सीएम दुष्यंत सिंह चौटाला ने कहा कि लव जिहाद शब्द से वे सहमत नहीं हैं। इस बारे में पार्टी के विधायकों से चर्चा होगी वहीं संगठन में भी मामला रखेंगे।
उन्होंने साफ संकेत दिए, अगर ‘लव जिहाद’ शब्द रहित बिल आएगा तो वे उसका समर्थन करेंगे। धर्म विशेष पर कानून आया तो जजपा उसका समर्थन नहीं करेगी। बृहस्पतिवार को राजभवन के बाहर मीडिया से बातचीत में दुष्यंत ने कहा, ‘महिलाओं की सुरक्षा से जुड़े हर कानून का हम समर्थन करेंगे, लेकिन किसी विशेष धर्म-जाति का जिक्र कानून में होता है तो उस पर विचार होगा। सूत्रों का कहना है कि विश्व हिंदू परिषद द्वारा मेवात में किए गए दो बड़े सर्वे के बाद सरकार से लगातार लव जिहाद के खिलाफ कानून बनाने की मांग की जा रही है। बल्लभगढ़ में निकिता हत्याकांड के बाद गृह मंत्री अनिल विज ने लव जिहाद के खिलाफ कानून बनाने का ऐलान किया था। विज के आदेश पर ही तीन सदस्यों की कमेटी ने उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश व मध्य प्रदेश में बने इस तरह के कानूनों का अध्ययन करके सरकार को रिपोर्ट दी। कमेटी द्वारा बिल ड्राफ्ट भी तैयार करके गृह विभाग को सौंपा जा चुका है। गृह मंत्री इस ड्राफ्ट को सीएमओ में भेज चुके हैं।
राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने बीते दिनों प्राइवेट सेक्टर की नौकरियों में 75 प्रतिशत पद हरियाणा के युवाओं के लिए आरक्षित करने वाले बिल को मंजूरी दी थी। इसके लिए डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला बृहस्पतिवार को राज्यपाल का धन्यवाद करने राजभवन पहुंचे। राजभवन से बाहर आने के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘रोजगार कानून’ से प्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार के नये अवसर पैदा होंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि पहले से प्राइवेट सेक्टर में कार्यरत कर्मचारियों की नौकरी इस कानून से नहीं जाएगी।