Tribune
PT
Subscribe To Print Edition About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

Jind News : डॉक्टर्स की हड़ताल से जींद में चरमराई चिकित्सा सेवाएं, सिविल अस्पताल में जांच और उपचार के लिए भटके मरीज

सिविल सर्जन ने कहा- सामान्य रही चिकित्सा सेवाएं

  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
जींद। सोमवार को जींद में हड़ताल के दौरान काम छोड़ सिविल अस्पताल के बाहर खड़े हड़ताली चिकित्सक।
Advertisement

Jind News : सरकारी डॉक्टरों की मांगों को लेकर एसीएमएस एसोसिएशन की सोमवार की हड़ताल का जींद के सिविल अस्पताल समेत जिले के दूसरे सरकारी अस्पतालों में चिकित्सा सेवाओं पर बुरा असर पड़ा। सिविल अस्पताल में उपचार के लिए आए मरीज और उनके परिजनों को इधर-उधर भटकना पड़ा और काफी मरीजों को बिना उपचार करवाए घर वापस लौटना पड़ा।

स्वास्थ्य विभाग में एसएमओ के पदों पर सीधी भर्ती के विरोध में तथा हरियाणा के सरकारी चिकित्सकों को केंद्र के समान वेतनमान दिए जाने और समयबद्ध एसीपी जैसी मांगों को लेकर हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन ने सोमवार और मंगलवार को 2 दिन की हड़ताल का आह्वान किया। 2 दिन की हड़ताल से बात नहीं बनती है, तो 10 दिसंबर से पूरे प्रदेश के सरकारी चिकित्सक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। सोमवार को सरकारी चिकित्सकों की हड़ताल से जींद जिले में सरकारी चिकित्सा सेवाएं लगभग ठप होकर रह गई।

Advertisement

जींद। सोमवार को जींद में सरकारी चिकित्सकों की हड़ताल के दौरान सिविल अस्पताल में खाली पड़ा आर्थो ओपीडी रूम।
जींद। सोमवार को जींद में सरकारी चिकित्सकों की हड़ताल के दौरान सिविल अस्पताल में खाली पड़ा आर्थो ओपीडी रूम।

जींद जिले में 151 मेडिकल अफसर और चिकित्सक तैनात हैं। इनमें से 140 से ज्यादा सोमवार को हड़ताल पर रहे। हड़ताली चिकित्सकों का आंकड़ा कम करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने उन डॉक्टर्स की भी हाजिरी दिखाई, जिन्होंने रात की ड्यूटी की थी। काम चलाने के लिए जींद के सिविल अस्पताल में बीएएमएस चिकित्सकों से लेकर एनएचएम के चिकित्सकों को कुछ जगह ओपीडी में बैठाया गया था, लेकिन इससे बात नहीं बन पाई।

Advertisement

जींद के सिविल अस्पताल की ऑर्थो ओपीडी में एक भी चिकित्सक नहीं होने से मरीजों और उनके परिजनों को बिना जांच और उपचार करवाएं घर लौटना पड़ा। इसी तरह मनोरोग विभाग में भी चिकित्सकों के हड़ताल पर होने के कारण मरीजों और उनके परिजनों को भारी दिक्कत हुई । इसी तरह शिशु रोग ओपीडी में भी बच्चों की जांच और उपचार के लिए आए बच्चों के परिजनों को परेशानी हुई। इस ओपीडी में एनएचएम के चिकित्सकों को बैठाया गया था, जिससे गंभीर बीमार बच्चों के परिजनों ने जांच करवाने से मना कर दिया

इधर-उधर भटकते नजर आए मरीज और उनके परिजन

जींद के सिविल अस्पताल में सोमवार को सरकारी चिकित्सकों की हड़ताल के दौरान अस्पताल में आए मरीज और उनके परिजन जांच और उपचार के लिए इधर-उधर भटकते नजर आए। मरीज को जब बीएएमएस और दूसरे साधारण एमबीबीएस चिकित्सक, जो एचएम में तैनात हैं, से जांच और उपचार के लिए कहा गया, तो काफी मरीज और उनके परिजनों ने उनसे जांच और उपचार करवाने से मना कर दिया। हड़ताली चिकित्सक काम छोड़कर अस्पताल के बाहर खड़े हो गए एचसीएमएस एसोसिएशन के जिला प्रधान डॉ विजेंद्र ढांडा ने कहा कि जींद जिले में सरकारी चिकित्सकों की हड़ताल लगभग पूर्ण रही है। कुछेक चिकित्सकों को छोड़कर ज्यादातर सरकारी चिकित्सक हड़ताल पर हैं। डॉ ढांडा ने कहा कि 151 में से 147 चिकित्सक सोमवार को हड़ताल पर रहे।

सिविल सर्जन ने कहा, सामान्य रही चिकित्सा सेवाएं

दूसरी तरफ जिले में सरकारी चिकित्सकों की सोमवार की हड़ताल को लेकर सिविल सर्जन डॉ सुमन कोहली ने कहा कि हड़ताली चिकित्सकों की जगह दूसरी संस्थाओं से चिकित्सक लेकर सिविल अस्पताल में चिकित्सा सेवाएं सामान्य बनाए रखी गई। एमरजेंसी चिकित्सा सेवाओं पर हड़ताल का कोई असर नहीं पड़ने दिया गया।

Advertisement
×