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Jind News: नौकरी के नाम पर महिला समेत 6 लोगों के साथ 74 लाख की धोखधड़ी

एचएसएससी, रेलवे, यूनिवर्सिटी क्लर्क लगवाने के नाम पर ऐंठे पैसे
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जसमेर मलिक/ हमारे प्रतिनिधि

Jind News: जींद में सरकारी नौकरी लगवाने का झांसा देकर महिला समेत 6 लोगों से 74 लाख रुपए की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। आरोपी ने खुद को सीएम का नजदीकी बताया और फर्जी ज्वाइनिंग लैटर, मेडिकल सर्टिफिकेट भी दिए, ताकि विश्वास में ले सके। सिविल लाइन थाना पुलिस ने पानीपत के दंपती के खिलाफ धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

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सिविल लाइन थाना को दी शिकायत में जींद की डिफेंस कॉलोनी की महिला सुदेश ने बताया कि उसके घर के पास ही जिम है और वह जिम में प्रेक्टिस के लिए जाती थी। उसी जिम में पानीपत जिले के मतलोढा का मनोज नाम का व्यक्ति आता था और एक्सरसाइज व डाइट की जानकारी देता था। उसकी मनोज के साथ जान-पहचान थी।

मनोज ने खुद को सीएम नायब सिंह सैनी का नजदीकी बताया और कहा कि वह लोगों को नौकरी दिलवाने का काम करता है। अगस्त 2024 के आसपास उसकी तबियत खराब हो गई तो मनोज अपनी पत्नी मीना के साथ उससे मिलने के लिए आया। उसकी पत्नी ने भी कहा कि मनोज की एचएससीसी, रेलवे, यूनिवर्सिटी, इन्कम टैक्स डिपार्टमेंट में अच्छी जान-पहचान है।

आरोपियों ने मुख्यमंत्री के साथ मनोज की फोटो भी फोन में दिखाई। इससे उसे विश्वास हो गया। मीना ने कहा कि अपने किसी जान-पहचान, रिश्तेदार को नौकरी लगवाना है तो बता देना। मनोज ने बताया कि पुलिस विभाग में करनाल में क्लर्क का पद खाली पड़ा है। इसके लिए 10 लाख रुपए लगेंगे। पांच लाख रुपए एडवांस देने होंगे। बाकी के ज्वाइनिंग के बाद।

सुदेश ने बताया कि उसने 22 अगस्त 2024 को अपने देवर कुलदीप की पुत्रवधू प्रति के कागज व पांच लाख रुपए मनोज को नौकरी के लिए दे दिए। 16 दिसंबर 2024 को डाक द्वारा प्रीति का ज्वाइनिंग लैटर मिल गया। पत्र में ज्वाइनिंग मार्च-2025 तक करवाने के लिए कहा गया था। इस पर एडीजीपी हेडक्वार्टर पंचकूला की मोहर भी लगी थी, इसलिए उसने यकीन कर लिया। इसके बाद बाकी के पांच लाख रुपए भी मनोज ने ले लिए।

इसके बाद मनोज ने कहा कि रेलवे लोको पायलट में भी दो पोस्ट निकली हैं। इस पर उसके जानकार झज्जर जिले के दुल्हेड़ा निवासी अंजू, बराह खुर्द निवासी विशाल के कागज मनोज के पास भेज दिए। मनोज ने उसे बीच में लेकर अंजू और विशाल से छह-छह लाख रुपए ले लिए।

अंजू और विशाल का राजस्थान के कोटा में फर्जी मेडिकल भी करवा दिया। घर के पते पर वेरिफिकेशन लैटर भिजवा दिया और दिल्ली बुलाकर एक जगह पर उनके कागज भी वेरिफाई कर के उन्हें वापस भेज दिया। 17 मार्च 2025 को अंजू और विशाल के घर के पते पर ज्वाइनिंग लैटर भेज दिए गए। इनमें भी ज्वाइनिंग का समय तीन महीने का दिया गया था।

इसी बीच दिल्ली बरोदा हाऊस में क्लर्क की नौकरी के नाम पर भी उसके देवर की लड़की संजू के कागज लिए और पांच लाख रुपए एडवांस ले लिए। संजू का लखनऊ में मेडिकल करवाया गया। संजू को भी ज्वाइनिंग लैटर भिजवाया गया। इसमें अप्रैल 2025 में ज्वाइनिंग की तारीख दी गई थी। इसके बाद रेलवे एएसम के पद पर नौकरी के नाम पर अपनी जानकारी चरखी दादरी के खेड़ी सनसनवाल गांव की प्रीति पुत्री राममेहर के कागज भेजे और उनसे भी 13 लाख रुपए ले लिए।

इसी बीच में ही इनकम टैक्स इंस्पेक्टर लगवाने के नाम पर कॉलोनी के ही अमन लड़के के कागज और 11 लाख रुपए ले लिए। उसका फर्जी इंटरव्यू करवाया गया और फर्जी ज्वाइनिंग लैटर दिया, जिसका उन्हें बाद में पता चला। इसके अलावा यूनिवर्सिटी में क्लर्क लगवाने के नाम पर भी पुलिस लाइन में रहने वाले सुमित से 11 लाख रुपए ले लिए।

12 मई को चरखी दादरी निवासी प्रीति ज्वाइन करने के लिए गई तो पता चला कि वहां कोई भर्ती ही नहीं की गई। इसके बाद किसी को भी ज्वाइनिंग नहीं मिली तो उन्होंने मनोज से संपर्क साधा, मनोज ने रुपए वापस देने की बात कही। कुछ दिन बाद जींद के दिए गए पते पर मनोज से मिलने के लिए वह गई तो पता चला कि मनोज मकान छोड़ कर भाग गया है।

पानीपत में मतलोढा जाकर भी मनोज से रुपए वापस मांगे गए लेकिन उसने रुपए वापस नहीं दिए और धमकी दी। सिविल लाइन थाना पुलिस ने मनोज व उसकी पत्नी मीना के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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