यमुनानगर, 11 मार्च (हप्र)
राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ की एक बैठक राजकीय प्राथमिक पाठशाला में जिला प्रधान कुलवंत सिंह की अध्यक्षता में हुई। बैठक में 12 मार्च को शिक्षा मंत्री के आवास का घेराव करने की तैयारियों के बारे में विचार विमर्श किया गया।
बैठक को संबोधित करते हुए राज्य प्रधान जगजीत सिंह ने कहा कि शिक्षा मंत्री एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों को जेबीटी शिक्षकों की मांगों के बारे में कई बार मांग-पत्र दिए जा चुके हैं, लेकिन अभी तक सरकार ने जेबीटी की किसी भी मांग को पूरा नहीं किया है।
चाहे जेबीटी की ट्रांसफर की मांग हो, चाहे 2017 में नियुक्त जेबीटी को स्थाई जिला देने की मांग हो। सरकार ने उनकी किसी भी मांग पर ध्यान नहीं दिया है, जिसके कारण प्राथमिक शिक्षकों में रोष है। इसके चलते राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ 12 मार्च को शिक्षा मंत्री के जगाधरी आवास का घेराव करेगा।
कुलवंत सिंह ने कहा कि घेराव से पहले पूरे हरियाणा के जेबीटी अनाज मंडी में रैली के रूप में इकट्ठे होंगे और वहां से पैदल शिक्षा मंत्री आवास की ओर कूच करेंगे। जिला महासचिव रामस्वरूप बपौली ने सभी जेबीटी से 12 मार्च को घेराव कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर भाग लेने की अपील की है।
इस मौके पर कृष्ण पाल राणा, सुरेंद्र कंबोज, छछरौली खंड प्रधान विजेंद्र सिंह, बिल्लू फरमाना, बिलासपुर खंड प्रधान दिलदार सिंह, ललित कंबोज, महिपाल, शेखर, मुनीराम, मुकेश शर्मा, मनोज गुर्जर मौजूद थे।
प्रदर्शन की सफलता को स्कूलों का किया दौरा
कुरुक्षेत्र (हप्र) : राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ की टीमों ने शुक्रवार को स्कूलों का दौरा किया और सभी अध्यापकों को 12 मार्च को शिक्षा मंत्री के आवास पर प्रस्तावित प्रदर्शन में शामिल होने के लिए प्रेरित किया। संघ ने बताया कि अध्यापक लंबे समय से ट्रांसफर ड्राइव शुरू करने, पहली व दूसरी कक्षा को आंगनवाड़ी में देने का विरोध कर रहे हैं। प्रत्येक स्कूल में हेड टीचर की पोस्ट, सफाई कर्मचारी की स्थायी नियुक्ति समेत कई मांगों को सरकार नहीं मान रही है। इस लिए संघ ने 12 मार्च को शिक्षा मंत्री आवास पर धरने की घोषणा की है।
अतिथि अध्यापकों की रैली व विरोध प्रदर्शन आज
इन्द्री (निस) : हरियाणा अतिथि अध्यापक संघ की बैठक में सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया गया और 12 मार्च को करनाल में अतिथि अध्यापकों की रैली और विरोध प्रदर्शन में बढ़-चढ़ कर शिरकत करने का आह्वान किया गया। बैठक की अध्यक्षता करते हुए संघ के प्रधान नरेश कुमार मीत ने कहा कि भाजपा ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में अतिथि अध्यापकों को नियमित करने का वादा किया था। यह वादा बाद में भी दोहराया गया। लेकिन आज तक अतिथि अध्यापकों को एक कलम से नियमित करने का वादा पूरा नहीं किया गया है। बैठक में अतिथि अध्यापकों ने अपने पद को रिक्त न मानने की मांग भी उठाई। प्रधान ने कहा कि 12 मार्च को अतिथि अध्यापकों की रैली व विरोध प्रदर्शन निर्णायक होगा। रैली में आगामी आंदोलन की रूपरेखा भी घोषित की जाएगी। उन्होंने चेतावनी के स्वर में कहा कि यदि अतिथि अध्यापकों की मांगों को पूरा नहीं किया गया तो प्रदेश की गठबंधन सरकार को भारी विरोध झेलना पड़ेगा। इस मौके पर राजेश सैनी, राजेश कांबोज, वीरेन्द्र आनंद, सोनिया चुघ, सविता रानी, सीमा रानी, पंकज भाटिया, प्रीति आहुजा उपस्थित रहे।