दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 11 जुलाई
हरियाणा के पांच विधायकों को विदेश से मिली फिरौती व जान से मारने की धमकी पर राज्य सरकार गंभीर हो गई है। पांचों विधायकों– सोनीपत से सुरेंद्र पंवार, सोहना से संजय सिंह, साढौरा से रेणु बाला, फिरोजपुर-झिरका से मामन खान इंजीनियर व सफीदों से सुभास गंगौली की सुरक्षा में दो-दो और जवान तैनात कर दिए हैं। इन जवानों को आधुनिक हथियार मुहैया करवाए गये हैं। साथ ही, सरकार ने सभी विधायकों की सुरक्षा में तैनात जवानों के हथियारों को चेक करवाने का निर्णय लिया है।
प्रदेश के गृह व स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने धमकियों को देखते हुए डीजीपी पीके अग्रवाल के अलावा संबंधित जिलों के पुलिस अधीक्षकों को विधायकों की सुरक्षा पुख्ता करने को कहा है। विज ने सभी सुरक्षा कर्मियों को दिए गए हथियारों की चेकिंग करवाने को कहा है ताकि उनमें किसी तरह की कमी हो तो उन्हें बदला जा सके।
वहीं दूसरी ओर, विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने विधायकों का कस्टोडियन होने के नाते सोमवार को पुलिस विभाग के आला अफसरों को विधानसभा सचिवालय में तलब किया। उन्होंने प्रदेश के सभी विधायकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस महानिदेशक पीके अग्रवाल, सीआईडी चीफ आलोक मित्तल, एडीजीपी (कानून व्यवस्था) संदीप खिरवार और आईजी (सुरक्षा) सौरभ सिंह के साथ बैठक की। बैठक में तय हुआ कि जिन विधायकों को धमकियां मिली हैं, उनकी सुरक्षा में 4 या 5 अतिरिक्त सुरक्षा कर्मचारी तैनात किए जाएंगे। साथ ही, उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आधुनिक हथियार भी उपलब्ध करवाए जाएंगे।
बाकी विधायकों की सुरक्षा की समीक्षा के भी निर्देश
स्पीकर ने दूसरे विधायकों की सुरक्षा की समीक्षा करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने विधायकों को आ रही धमकी भरी कॉल और मैसेज की उच्च स्तरीय जांच करने को भी कहा है। गुप्ता ने कहा, जनता के चुने हुए प्रतिनिधियों को जान से मारने की धमकी देने वाले सीधे-सीधे लोकतांत्रिक व्यवस्था को चुनौती दे रहे हैं। विधायक मात्र एक व्यक्ति नहीं है, बल्कि वह लाखों लोगों का प्रतिनिधि है। ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि प्रदेश के विधायकों को देश-विदेश से धमकियां मिलने से वह स्वयं को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उनके परिवारों को लेकर भी स्पीकर ने चिंता प्रकट की है।