बाबैन, 30 जून (निस)
जन स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते गांव बुहावी में पीने का गंदा पानी सप्लाई होने से गांव में पीलिया फैलने लगा है। गांव बुहावी में गंदा पानी पीनें से गांव के 9 लोग गिरफ्त में आ चुके हैं, जिनका स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा इलाज किया जा रहा है। गांव बुहावी में पीलिया फैलने की खबर मिलते ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बाबैन के एसएमओ डॉ. कृष्ण दत्त के नेतृत्व में डा. सोनिया सैनी, डा. विनय व डा. रजत की टीम ने गांव का दौरा कर आज 22 लोगों के ब्लड सैम्पल लिए है, जिनमें 10 गर्भवती महिलाएं हैं।
गांव बुहावी निवासी बलविंदर सिंह, वेद प्रकाश, रंजीत सिंह व यासीन अली ने बताया कि उनके गांव में जन स्वास्थ्य विभाग के ट्यूबवैल द्वारा पीने का पानी पिछले एक महीने से बिलकुल गंदा आ रहा है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों ने इस बारे कई बार शिकायत जनस्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों से भी की, लेकिन जन स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने इस और कोई ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि जब गांव के लोग अचानक बीमार होने लगे तब जाकर जन स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की आंख खुली। ग्रामीणों का कहना है कि काफी लोगों के पानी की लाइन के पाइप टूटे हुए हैं और नालियों में पड़े होने के कारण नालियों का गंदा पानी पाइप लाइन में चला जाता है और जब ट्यूबवेल चलता है तो वह गंदा पानी लोगों के घरोंं में पहुंच जाता है, जिसके कारण गांव में बीमारियां फैल रही हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यदि स्वास्थ्य विभाग की टीम तुरंत एक्शन में न आती तो गांव के काफी लोग बीमार हो सकते थे।
क्या कहते हैं समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के एसएमओ
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बाबैन के एसएमओ डा. कृष्ण दत्त से बात की गई तो उन्होंने बताया कि गांव में कई लोगों के घरों में जाने वालों पीने की पाइप लाइन के पाइप खराब व टूटे हुए थे जो घरों के गंदे पानी के लिए बनी नालियों से गुजर रहे थे। उन्होंने कहा कि इन टूटे हुए पाइपों में नालियों का गंदा पानी पाइप लाइन में चला जाता था जो गांव में बीमारी फैलने का मुख्य कारण रहा। उन्होंने कहा कि अब जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी गांव में घरों में सप्लाई होने वाले पीने के पानी की पाइप लाइनों के खराब पाइपों को ठीक करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि गांव में अब तक 9 पीलिया के मरीज सामने आए थे, जिनका इलाज चल रहा है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम ने आज भी गांव में जाकर 22 सैंपल लिए हैं, जिनको टैस्टिंग के लिए अम्बाला भेज दिया गया है।