इन्द्री, 6 जुलाई (निस)
वार्ड-2 निवासी 66 वर्षीय जसवीर सिंह चोपड़ा की मृत्यु के बाद उनकी अंतिम इच्छा को पूरा करते हुये उनके परिवान ने उनके नेत्रदान कर दिये। अब उनकी आंखें किसी को देखने में मदद करेंगी। जसवीर चोपड़ा की अंतिम इच्छा पूरी होने से चोपड़ा परिवार को संतोष का एहसास हुआ है। करनाल के सिविल सर्जन डाॅ. योगेश शर्मा व उप सिविल सर्जन डाॅ.कैलाश को जसवीर चोपड़ा के पुत्र चंद्रप्रकाश ने सूचना दी कि उनके पिता का हार्ट अटैक से देहांत हो गया है। उनके पिता की अंतिम इच्छा थी कि उनकी मृत्यु के बाद उनकी आंखें दान की जायें। सिविल सर्जन व प्रधान चिकित्सा अधिकारी डॉ. पीयूष शर्मा ने अपनी टीम के साथ चोपड़ा परिवार से मुलाकात की और औपचारिकताओं को पूरा किया। नेत्र अधिकारी अनिल कुमार ने कहा कि चोपड़ा परिवार की यह सकारात्मक सोच समाज में फैले अंध विश्वास को दूर करेगी। उन्होंने कहा कि मृत्यु के बाद भी जसवीर चोपड़ा के 2 नेत्र सदा जीवित रहेंगे। उन्होंने कहा कि जीते जी रक्तदान और मरने के बाद आंखें दान करने से पुण्य मिलता है।