कुरुक्षेत्र, 18 जनवरी (हप्र)
महिला किसान दिवस के समर्थन में व तीनों काले कृषि कानूनों को रद्द कराने की मांग को लेकर जन संघर्ष मंच हरियाणा की ओर से गांव मिर्जापुर व शास्त्री नगर कुरुक्षेत्र में सभा-प्रदर्शन किया गया। सभाओं में मंच की जिला सचिव चन्द्ररेखा, उपाध्यक्ष उषा कुमारी, कोमल, प्रांतीय महासचिव सुदेश कुमारी ने कहा कि मोदी सरकार ने कोरोना महामारी के काल में जो 3 काले कृषि कानून असंवैधानिक व तानाशाही पूर्ण तरीके से पास किये हैं, उनके खिलाफ किसान आंदोलन में मजदूर और किसान महिलाएं बड़ी संख्या में भाग ले रही हैं। उन्होंने कहा कि इतिहास इस बात का गवाह है कि देश में जितने भी आंदोलन हुए हैं, उनमें महिलाओं का बहुत बड़ा योगदान रहा है। स्वतंत्रता आंदोलन में अनेक क्रांतिकारी महिलाओं ने देश आजाद करवाने के लिए अपनी कुर्बानियां दी हैं। दिल्ली के चारों और बार्डरों पर आंदोलनों से महिलाओं को घर जाने की नसीहत देना एक बहुत घटिया मानसिकता है। असल में सरकार किसान आंदोलन को तोड़ने के लिए ही ऐसी घटिया दलीलें दे रही है। उन्होंने तमाम गरीब, किसान, मजदूर, महिलाओं को आह्वान किया कि मौजूदा किसान आंदोलन का मजबूती से समर्थन करें।