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आधुनिक मशीनरी से लैस होंगी आईटीआई, 90 करोड़ का बजट

प्लेसमेंट पर विशेष फोकस, बड़ी कंपनियों के साथ किया जा रहा एमओयू
खेल मंत्री गौरव गौतम।
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दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू

चंडीगढ़, 22 मई

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हरियाणा के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) में नये पाठ्यक्रम शुरू होंगे। ये कोर्स मार्केट और इंडस्ट्री की डिमांड के अनुसार होंगे। यही नहीं, आईटीआई में मशीनरी भी अपडेट होगी। हाईटेक मशीनरी से सभी आईटीआई को लैस किया जाएगा। पिछले साल बजट में नये उपकरणों के लिए 39 करोड़ रुपये का प्रावधान किया था। इस बार मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने मशीनरी व उपकरणों को उन्नत करने के लिए 90 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है।

विभाग द्वारा मशीनों एवं उपकरणों की खरीद के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी की जा चुकी है। खरीद हाई पावर परचेज कमेटी के माध्यम से होगी। कमेटी की बैठक में विभिन्न कंपनियों की ओर से की गई पेशकश पर चर्चा होगी। मशीनों एवं उपकरणों के बजट को भी दोगुणा से अधिक इसीलिए बढ़ाया है ताकि हाईटेक मशीनें विद्यार्थियों को उपलब्ध करवाई जा सकें। पुरानी मशीनों में प्रेक्टिकल ट्रेनिंग के बाद विद्यार्थियों को प्लेसमेंट में परेशानी आ रही थी।

दरअसल, अधिकांश कंपनियों के पास अब नई मशीनें हैं। वहीं हरियाणा के तकनीकी शिक्षा संस्थानों में बरसों पुरानी मशीनों से काम चलाया जा रहा है। कई मशीनें ऐसी हैं, जो अब कंप्यूटरीकृत हो चुकी हैं। ऐसे में आईटीआई पास करने के बाद प्राइवेट सेक्टर की नौकरियों के लिए युवाओं को इन मशीनों की ट्रेनिंग अलग से करनी पड़ती थी। इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने आधुनिक उपकरण एवं मशीनरी सभी आईटीआई में मुहैया करवाने का निर्णय लिया है।

दो फेज में एक साथ काम

आईटीआई में सुधार के लिए दो फेज का काम एक साथ किया जा रहा है। इसके तहत जहां मशीनों एवं अन्य उपकरणों की खरीद पर जोर है। वहीं दूसरा काम है, आईटीआई भवनों की पुरानी व जर्जर हो चुकी बिल्डिंग का नये सिरे से निर्माण। इसके लिए भी पूरे प्रदेश में सर्वे करवाया जा रहा है। सर्वे रिपोर्ट आते ही इस पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ चर्चा होगी। फिर पीडब्ल्यूडी विभाग के जरिये आईटीआई के नये भवन तैयार होंगे। युवाओं के लिए एक और फैसला सरकार ने लिया है। इसके तहत सभी जिलों में उत्कृष्टता केंद्र (एक्सीलेंस सेंटर) स्थापित किए जाएंगे।

ये सेंटर पीपीपी यानी पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मोड में स्थापित होंगे। आईटीआई के एम्लॉएबिलिटी स्किल इंस्ट्रक्टर स्कूली विद्यार्थियों को करिअर काउंसलिंग प्रदान करने करने के लिए नजदीकी विद्यालयों का सहयोग भी लेंगे। युवाओं को पढ़ाई के तुरंत बाद अच्छी कंपनियों में प्लेसमेंट मिल सके, इसके लिए कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग द्वारा कई बड़ी कंपनियों के साथ एमओयू किया है। इसी के तहत मारुति ने सोनीपत जिला की दो आईटीआई को एडॉप्ट किया है। वहीं जिंदल ग्रुप ने भी कुरुक्षेत्र की आईटीआई में काम करने का निर्णय लिया है। ये कंपनियां अपने हिसाब से आईटीआई में नये पाठ्यक्रम की शुरुआत करवाएंगी।

} प्रदेश की आईटीआई को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा। पुरानी मशीनों व उपकरणों को नई मशीनों में अपग्रेड किया जाएगा। मार्केट की जरूरत व इंडस्ट्री की डिमांड के हिसाब से आईटीआई में युवाओं को तैयार करेंगे ताकि पढ़ाई पूरी होते ही उनकी प्लेसमेंट हो सके। पुरानी व जर्जर हो चुकी बिल्डिंग को भी नये सिरे से बनाया जाएगा। मशीनरी व उपकरणों के लिए मुख्यमंत्री ने बजट में 90 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। -गौरव गौतम, युवा सशक्तीकरण एवं उद्यमिता मंत्री

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