बालिकाओं का शिक्षित होना अत्यंत आवश्यक : स्वामी ज्ञानानंद
करनाल के गोरगढ़, इंद्री स्थित जेनिसिस इंटरनेशनल स्कूल (केवल बालिकाओं के लिए) का भव्य उद्घाटन गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज द्वारा शनिवार को किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ छात्राओं द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार, तिलक एवं पुष्प अर्पण के साथ हुआ। जेनिसिस क्लासेज, करनाल इंटरनेशनल स्कूल और दी जेनिसिज स्कूल के विद्यार्थियों ने मिलकर गीता श्लोकों का सामूहिक उच्चारण किया। गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि गीता का एक श्लोक भी यदि जीवन में आत्मसात कर लिया जाए तो जीवन के कष्ट स्वत: दूर हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि समाज में बालिकाओं का शिक्षित होना अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि एक शिक्षित बेटी पूरे परिवार और समाज का भविष्य संवारती है। महाराज ने जेनिसिज समूह द्वारा यह पहल करने के लिए संस्थान के निदेशक मंडल को हार्दिक बधाई दी।
संस्थान के मैनेजिंग डायरेक्टर जितेंद्र सिंह ने बताया कि विद्यालय में कक्षा 6 वीं से बोर्ड की पढ़ाई के साथ-साथ नीट, जेईई और एनडीए जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की 9 वीं व 11 वीं कक्षा की प्रथम 10-10 छात्राओं को नि:शुल्क शिक्षा दी जाएगी, साथ ही इंद्री क्षेत्र के प्रत्येक गांव से एक छात्रा को भी मुफ्त शिक्षा का अवसर प्रदान किया जाएगा।
स्कूल के चेयरमैन कर्नल अरुण दत्ता ने कहा कि यह संस्थान आधुनिक शिक्षा प्रणाली के साथ भारतीय संस्कृति और नैतिक मूल्यों पर आधारित होगा। इंद्री विधायक रामकुमार कश्यप ने कहा कि इंद्री क्षेत्र के लिए यह गर्व की बात है कि यहां बालिकाओं के लिए आवासीय स्कूल शुरू हो रहा है। मैनेजिंग डायरेक्टर जितेंद्र सिंह ने अतिथियों को अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया। कार्यक्रम के समापन पर प्रधानाचार्य अंकिता शर्मा व प्रशासक आत्मा राम भारद्वाज ने सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त किया।
इस मौके पर करनाल विधायक जगमोहन आंनद, कार्यक्रम में विभाग संघ चालक सुधीर, राजिंदर गोलन, मन्नत बंसल सहित अनेक विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे।
