सिंचाई विभाग ने यमुना तटबंध के अंदर शुरू किया ड्रोन सर्वे
पानीपत जिला में अब यमुना का जलस्तर धीरे-धीरे कम होता जा रहा है। यमुना में सोमवार को जल स्तर चेतावनी निशान 231 मीटर से भी नीचे दो मीटर नीचे 229 मीटर पर आ गया है, जबकि रविवार को यमुना में 229.30 मीटर पर पानी बह रहा था। सिंचाई विभाग ने पानीपत जिला की सीमा में यमुना तटबंध के अंदर अब सोमवार से ड्रोन से सर्वे शुरू कर दिया है। इसमें सिंचाई विभाग की टीम द्वारा यमुना तटबंध के अंदर का निरीक्षण किया जा रहा है। इसमें यमुना के पानी द्वारा कहां पर कटाव किया गया है और तटबंध के अंदर के क्या हालात हैं, इसकी जांच की जा रही है।
सिंचाई विभाग द्वारा ड्रोन से सर्वे करके यमुना तटबंध के अंदर का अब निरीक्षण इसलिए किया जा रहा है ताकि अगले वर्ष बारिश के मौसम से पहले ही सारी तैयारियां कर ली जायें। ड्रोन सर्वे में सिंचाई विभाग के जेई मोहित व हरीश आदि की टीम लगी हुई है। टीम द्वारा पहले दिन सोमवार को गांव राणा माजरा, पत्थरगढ़, नवादा आर व नवादा पार, तामशाबाद, सनौली खुर्द, रामडा आर व नन्हेड़ा के एरिया में यमुना तटबंध के अंदर ड्रोन से सर्वे किया गया है। इस बारे में जेई मोहित व हरीश का कहना है कि सोमवार को पहले दिन कई गांव का ड्रोन से सर्वे किया गया है।
पत्थरगढ़ में तटबंध के अंदर करीब 30 एकड़ भूमि में कटाव
यमुना तटबंध के अंदर गांव पत्थरगढ़ में यमुना के पानी ने कम होते समय करीब 30 एकड़ जमीन में कटाव कर दिया है। इसमें किसान संजीत, हुक्म, बींदा व वाजिद आदि किसानों की करीब 30 एकड़ जमीन का कटाव हुआ है। इसमें किसानों के पॉपलर के पेड़ यमुना के पानी में बह गये हैं और कुछ किसान पेड़ों को काटकर बाहर लेकर आ रहे हैं। सरपंच सलीम अहमद ने बताया कि यमुना के पानी ने कई किसानों की करीब 30 एकड़ जमीन का कटाव कर दिया है। इसमें किसानों के पॉपलर के पेड़ यमुना के पानी में बहने से काफी नुकसान हुआ है।