IPS Puran Suicide Case : चिराग पासवान ने उठाई उच्चस्तरीय जांच की मांग, कहा- यह आत्मा को झकझोरने वाली घटना
IPS Puran Suicide Case : केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान ने हरियाणा कैडर के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई़ पूरन कुमार की आत्महत्या के मामले में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को पत्र लिखकर निष्पक्ष, उच्चस्तरीय और समयबद्ध जांच की मांग की है। उन्होंने इस घटना को ‘सिर्फ एक अधिकारी की मौत नहीं, बल्कि पूरे प्रशासनिक ढांचे में व्याप्त भय और अन्याय के संकेत’ करार दिया है।
पासवान ने अपने पत्र में लिखा कि 7 अक्तूबर को हुई यह घटना न केवल दुखद और चिंताजनक है, बल्कि यह सवाल भी खड़ा करती है कि आखिर एक ईमानदार और अनुशासित अधिकारी को ऐसी मजबूरी क्यों झेलनी पड़ी कि उसे अपनी जान लेनी पड़ी। उन्होंने कहा कि पूरन कुमार जैसे अधिकारी, जिन्होंने कानून, अनुशासन और सेवा के प्रति पूरा जीवन समर्पित किया, उनका इस तरह टूटना पूरे सिस्टम की आत्मा को झकझोर देने वाला है।
कानून के ऊपर न पद, न प्रतिष्ठा, न प्रभाव
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह घटना किसी राजनीतिक या प्रशासनिक बहस का विषय नहीं, बल्कि मानवता, न्याय और समानता के मूल्यों की परीक्षा है। पासवान ने लिखा –‘पूरन कुमार का सुसाइड नोट उस व्यवस्था की नाकामी को उजागर करता है, जो ईमानदारी की रक्षा करने के बजाय उसे कुचलने का काम करती है।’ उन्होंने जोर दिया कि इस मामले में निष्पक्ष जांच सिर्फ एक अधिकारी के न्याय तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि यह संदेश भी देनी चाहिए कि कानून के ऊपर कोई नहीं - न पद, न प्रतिष्ठा, न प्रभाव।
हरियाणा सरकार दे न्याय और सम्मान का संदेश
पासवान ने उम्मीद जताई कि हरियाणा सरकार इस गंभीर मामले को सर्वोच्च प्राथमिकता देगी और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए ठोस कदम उठाएगी। उन्होंने कहा कि यदि किसी अधिकारी को उसकी जाति, विचारधारा या ईमानदारी के कारण उत्पीड़न झेलना पड़े, तो यह न केवल संविधान की आत्मा पर चोट है बल्कि शासन की नैतिकता पर भी प्रश्न है। उन्होंने कहा कि सरकार को यह सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में कोई भी अधिकारी, चाहे उसका पद कितना भी बड़ा क्यों न हो, कानून से ऊपर न समझा जाए।