आईपीएस का परिवार कर रहा न्याय का इंतजार : अनुराग ढांडा
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी और वरिष्ठ नेता अनुराग ढांडा ने कहा कि वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की सुसाइड मामले को चार दिन बीत चुके हैं, लेकिन अब तक दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि चंडीगढ़ पुलिस बीजेपी के दबाव में कोई एक्शन ले रही है। वहीं परिवार न्याय की धीमी रफ्तार से नाराज़ है और जब तक ठोस कदम नहीं उठाए जाते, अंतिम संस्कार से इनकार कर रहा है।
उनहोंने कहा कि यह स्थिति बीजेपी शासन की संवेदनहीनता और प्रशासनिक नाकामी को उजागर करती है। ढांडा ने कहा कि यह सिर्फ एक अफसर की मौत नहीं, दलित समाज के खिलाफ गहराई से फैले सिस्टमेटिक भेदभाव का प्रमाण है। जब एक दलित आईपीएस अधिकारी को इस हद तक प्रताड़ित किया जाए कि वह अपनी जान दे दे, तो सोचिए गरीब दलितों का क्या हाल होगा।
बीजेपी को दलितों का ऊंचा उठना बर्दाश्त नहीं होता। उन्होंने कहा कि बीजेपी का इको सिस्टम दलित अधिकारियों को अपमानित करने के लिए गंदे वीडियो, झूठे आरोप और भड़काऊ बयान का इस्तेमाल करता है। यही पैटर्न सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस गवई के खिलाफ नफरती कैंपेन में भी दिखा। यह हमला किसी एक व्यक्ति पर नहीं, संविधान और संस्थागत समानता पर है।