चंडीगढ़, 10 दिसंबर (ट्रिन्यू)
हरियाणा सरकार ने 2013 बैच के आईपीएस अधिकारी धीरज कुमार को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। निलंबन के दौरान उनका मुख्यालय पंचकूला स्थिति पुलिस मुख्यालय रहेगा। होम सेक्रेटरी राजीव अरोड़ा ने शुक्रवार को आईपीएस अधिकारी के निलंबन आदेश जारी किए। अहम बात यह है कि धीरज कुमार को सस्पेंड करने के पीछे के कारण सरकार ने नहीं बताए हैं। धीरज कुमार वर्तमान में सुनारियां (रोहतक) में आईआरबी की तीसरी बटालियन के कमांडेंट थे। पिछले दिनों ही सरकार ने धीरज को कुरुक्षेत्र एसपी पद से हटा कर सुनारियां भेजा था। इससे पहले वे गुरुग्राम में डीसीपी भी रह चुके हैं। सूत्रों का कहना है कि गुरुग्राम एसटीएफ ने किसी मामले को लेकर पूछताछ के लिए धीरज को नोटिस भी भेजा था, लेकिन वे एसटीएफ के पास नहीं पहुंचे। ऐसे में यह भी संभव है कि इसे अनुशासनहीनता माना गया हो गया। कैश चोरी के इस मामले में हरियाणा के एक जेल अधीक्षक का नाम भी डिस-क्लोजर रिपोर्ट में होने की खबर है। इस जेल अधीक्षक को एसटीएफ पूछताछ के लिए नोटिस देकर बुला भी चुकी है। सूत्रों का कहना है कि जेल अधीक्षक का एक करीबी रिश्तेदार कैश चोरी मामले में ‘उलझा’ हुआ है। बताते हैं कि मामले को सुलझाने के लिए जेल अधीक्षक द्वारा भूमिका अदा की गई। गृह मंत्री अनिल विज इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी भी एसटीएफ चीफ से ले चुके हैं।
इस मामले में गुरुग्राम में मीडिया से बातचीत में सीएम ने कहा, ‘पूरे मामले की निष्पक्षता और गहराई के साथ जांच हो रही है।