जींद, 22 अप्रैल (हप्र)
जींद की जिला कारागार की एक महिला कैदी के साथ कथित रेप मामले की जांच पुलिस ने शुरू कर दी है। जांच के बाद ही यह पता चलेगा कि इसमें कैदियों की सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई होगी या नहीं। गौरतलब है कि जींद की जिला कारागार में सजा काट रही एक महिला कैदी ने कारागार में बंद दो लोगों के खिलाफ रेप का केस दर्ज करवाया। उसने आरोप लगाया है कि 20 फरवरी को प्रिजनर वैन से उसे इलाज के लिए पीजीआई रोहतक ले जाया गया था। वैन में उसके साथ कैदी मनीष तथा गांव धनौरी निवासी सतीश भी था। पीजीआई में वैन को खड़ाकर सुरक्षाकर्मी कागजात तैयार करवा रहे थे।
महिला कैदी का आरोप है कि दोनों ने उसे कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ पिला दिया, जिसके बाद उसके साथ दुष्कर्म किया। आरोप लगाने वाली महिला कैदी के खिलाफ भी तनाव के चलते जेल में जान देने की कोशिश करने का मामला दर्ज है। सिविल लाइन थाना पुलिस ने महिला कैदी की शिकायत पर कैदी मनीष तथा बंदी सतीश के खिलाफ नशीला पदार्थ देकर उसके साथ दुष्कर्म करने का मामला दर्ज कर जीरो एफआईआर रोहतक पुलिस को भेज दी है। जींद की जिला कारागार के विश्वस्त सूत्रों की मानें तो महिला कैदी ने जिन दो कैदियों पर उसके साथ पीजीआई रोहतक कैंपस में खड़ी प्रिजनर वैन में कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर रेप करने के आरोप लगाए हैं, उनमें से एक कैदी 20 फरवरी को मेडिकल जांच के लिए पीजीआई रोहतक गया ही नहीं था।
जेल अधीक्षक से मांगी प्रारंभिक जानकारी मांगीके बाद होगा खुलासा
रोहतक पुलिस ने जिला कारागार के अधीक्षक संजीव बुधवार से प्रारंभिक जानकारी मांगी है। इसमें यह बताने के लिए कहा गया है कि 20 फरवरी को जब आरोप लगाने वाली महिला कैदी को प्रिजनर वैन में दूसरे कैदियों के साथ मेडिकल कॉलेज रोहतक में डॉक्टरी जांच के लिए भेजा गया था, तब वैन में और कौन-कौन कैदी थे। प्रिजनर वैन पर किन पुलिस कर्मचारियों की ड्यूटी कैदियों की सुरक्षा में लगाई गई थी। जींद पुलिस ने रोहतक पुलिस को उन पुलिस कर्मचारियों की सूची भेज दी है, जिनकी ड्यूटी 20 फरवरी को जींद की जिला कारागार से कैदियों को मेडिकल जांच के लिए पीजीआई रोहतक लेकर गई प्रिजनर वैन में सुरक्षा में लगाई गई थी।