दलेर सिंह/हप्र
जींद, 7 नवंबर
कांग्रेस के राज्ससभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि भाजपा-जजपा के नेताओं को इस बात पर गहनता से आत्ममंथन करना चाहिए कि प्रदेश के हर जिले में भाजपा और जजपा के प्रतिनिधियों का विरोध क्यों हो रहा है। करीब एक साल से किसान अपनी मांगों को लेकर शांति के साथ सड़कों पर बैठे हैं, करीब सात सौ किसान अपनी जान गंवा चुके हैं। लेकिन किसानों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
दीपेंद्र सिंह हुड्डा रविवार को जाट धर्मशाला में कांग्रेस वर्करों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में 18 नवंबर को जींद में प्रस्तावित विपक्ष आपके समक्ष कार्यक्रम को लेकर स्थानीय नेताओं व कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई। सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि पिछले दिनों हुई भारी बरसात से खेतों में किसानों की फसलें खराब हुई हैं, लेकिन आज तक उनको मुआवजा नहीं मिला। उन्होंने खराब फसलों की स्पेशल गिरदावरी कराकर किसानों को तुरंत मुआवजा देने की मांग की। वहीं पत्रकारों से बातचीत में दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि जिम्मेदार पदों पर बैठे हुए लोगों को ऐसे गैर-जिम्मेदारना बयान नहीं देने चाहिए। भाजपा नेता के इस बयान पर हमें कोई आश्चर्य नहीं हुआ, क्योंकि मुख्यमंत्री जैसे जिम्मेदार पद पर बैठे लोग ही गर्दन काटने और लठ उठाने जैसे बयान दे रहे हैं। इससे ये भी स्पष्ट है कि भाजपा नेता जनता का ध्यान जरूरी मुद्दों से भटकाने के लिये दे रहे हैं। इस प्रकार के बयान दु:खद हैं। बैठक को विधायक गीता भुक्कल, विधायक सुभाष देशवाल, विधायक धर्मसिंह छोक्कर, पूर्व विधायक परमेंद्र सिंह ढुल, पूर्व विधायक रणधीर सिंह धीरा समेत कई नेताओं से संबोधित किया। बैठक में पहुंचे पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश उर्फ जेपी के निशाने पर पूर्व मुख्यमंत्री चौटाला का परिवार ही रहा। उन्होंने कहा कि बांगर के लोगों को बागड़ियों से सावधान रहने की जरूरत है। ये लोग वोट से यहां ले जाते हैं और काम यहां कुछ करते नहीं।
बैठक में ये नेता रहे मौजूद
कार्यकर्ता बैठक में पूर्व जिलाध्यक्ष बलराम कटवाल, सुरेश गोयत झांझ, रोहित दलाल, बलजीत रेढू, प्रदीप गिल, अनिल दलाल, ऋषिपाल प्रधान, वीरेेंद्र घोघडि़या, रविंद्र देशवाल, डा. सुभाष लाठर, कृष्ण भारद्वाज, सुभाष अहलावत, जगबीर ढिगाना, रामपाल केरला, एडवोकेट बलराज श्योराण, मोहित लाठर, सत्यवान पहलवान, दिनेश डाहोला, सुरेश देव कौशिक व अन्य मौजूद रहे।