फरीदाबाद, 18 मई (हप्र)
नगर निगम में 200 करोड़ रुपये के घोटाले मामले में विजिलेंस ने ठेकेदार सतवीर को जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लेकर अदालत से 5 दिन के रिमांड पर लिया है। बुधवार को विजिलेंस ने ठेकेदार सतवीर और पहले से रिमांड पर चल रहे नगर निगम के मुख्य अभियंता डीआर भास्कर को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की। मुख्य अभियंता 20 मई तक रिमांड पर है। विजिलेंस जानने का प्रयास कर रही है कि उन्होंने किस तरह मिलीभगत करके यह घोटाला किया। इसमें और कौन-कौन लोग शामिल हैं। इसके अलावा इनसे कुछ कागजात बरामद करने का भी विजिलेंस प्रयास कर रही है।
उल्लेखनीय है कि यह घोटाला मई 2020 में उजागर हुआ था। फरीदाबाद नगर निगम के तत्कालीन चार पार्षदों दीपक चौधरी, दीपक यादव, सुरेंद्र अग्रवाल व महेंद्र सरपंच ने तत्कालीन निगम आयुक्त को शिकायत दी थी कि लेखा विभाग ने ठेकेदार सतवीर की विभिन्न फर्मों को बिना काम किए भुगतान कर दिया है। निगम आयुक्त ने अपने स्तर पर मामले की जांच कराई। ठेकेदार को भुगतान में अनियमितताएं पाए जाने पर उन्होंने विजिलेंस से जांच की सिफारिश की थी। विधानसभा सत्र में विधायक नीरज शर्मा ने 200 करोड़ हड़पने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई न होने का मामला जोरदार तरीके से उठाया था, इसके बाद सरकार ने कार्रवाई तेज की। पहले विजिलेंस ने ठेकेदार सतवीर को गिरफ्तार किया और अब मुख्य अभियंता की गिरफ्तारी हुई।