सुरेंद्र मेहता/हप्र
यमुनानगर, 5 फरवरी
अंतरराष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव- 2021 का आयोजन 14 से 16 फरवरी तक किया जाएगा। इस महोत्सव का उद्घाटन 14 फरवरी को प्रात: 11 बजे सरस्वती उद्गम स्थल आदिबद्री में 21 कुण्डीय हवन यज्ञ और मंत्रोच्चारण के साथ होगा। इसके अलावा 15 को कार्यक्रम कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र में तथा 16 फरवरी का कार्यक्रम सरस्वती तीर्थ पिहोवा में आयोजित किया जाएगा।
उक्त जानकारी अतिरिक्त उपायुक्त रणजीत कौर ने आज जिला सचिवालय के सभागार में महोत्सव के आयोजन को लेकर आवश्यक प्रबंधों के लिए आयोजित जिला अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उन्होंने बताया कि 14 फरवरी को आदिबद्री में प्रात: 11 बजे सरस्वती उद्गम स्थल पर इस कार्यक्रम का शुभारम्भ किया जाएगा। इसके उपरांत सरस्वती सरोवर पर 21 कुण्डीय हवन यज्ञ किया जाएगा। दोपहर एक बजे से 2 बजे तक भण्डारा आयोजित किया जाएगा।
बैठक में जिला परिवहन अधिकारी बी.बी. कौशिक, जिला ग्रामीण विकास अभिकरण और जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नवीन आहूजा, बिलासपुर के एस.डी.एम. विरेन्द्र सिंह ढुल, नगराधीश हरप्रीत कौर, जगाधरी के एस.डी.एम. दर्शन कुमार, डी.डी.पी.ओ. शंकर लाल गोयल सहित अन्य सम्बंधित अधिकारी उपस्थित थे।
22 गांवों में होगा भंडारा
हरियाणा सरस्वती हैरिटेज डेवलपमेंट बोर्ड द्वारा इस वर्ष यह निर्णय भी लिया गया है कि महोत्सव के समापन दिवस 16 फरवरी को उन सभी गांवों में भण्डारा आयोजित किया जाएगा जिन गांवों से सरस्वती नदी गुजरने के प्रमाण उपलब्ध हैं। यमुनानगर जिला की सीमा में आने वाले 22 गांवों में भी इस तरह के कार्यक्रम बोर्ड द्वारा गठित मंडलियों के माध्यम से आयोजित होंगे। उन्होंने इस आयोजन के लिए जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ अन्य सम्बंधित विभागों के अधिकारियों को जिम्मेवारियां सौंपी और सभी कार्य 10 फरवरी तक पूरे करने के निर्देश दिए।