कुरुक्षेत्र, 15 नवंबर (एस)
अन्तर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2021 में कोरोना महामारी के बाद फिर से ब्रहमसरोवर के पावन तट पर देश की सर्वश्रेष्ठ शिल्पकला देखने को मिलेगी। इस शिल्प कला को देखने के लिए प्रदेश ही नहीं देश के पर्यटक बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इन पर्यटकों के इंतजार की घड़ियां 2 दिसंबर को खत्म हो जाएंगी। इस वर्ष कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड, पर्यटन विभाग, प्रशासन, सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के तत्वावधान में अन्तर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2021 में 2 दिसंबर से 19 दिसंबर तक शिल्प और सरस मेले का आयोजन किया जा रहा है। इस महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम 9 से 14 दिसंबर 2021 तक होंगे। अहम पहलू यह है कि इस वर्ष महोत्सव में दीपोत्सव, संत सम्मेलन, सांस्कृतिक कार्यक्रम, अन्तर्राष्ट्रीय गीता सैमिनार, गीता मैराथान, 48 कोस तीर्थों की प्रदर्शनी, विश्व गुरु भारत, सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग की विभिन्न विभागों की राज्यस्तरीय प्रदर्शनी और आजादी के अमृत महोत्सव की प्रदर्शनी के साथ-साथ आनलाइन प्रतियोगिताएं मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहेंगी। उपायुक्त मुकुल कुमार अन्तर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2021 के तमाम कार्यक्रमों को सफल और बेहतर बनाने के विषय को लेकर लघु सचिवालय के सभागार में पत्रकारों से विचार-विमर्श सांझा कर रहे थे। उपायुक्त ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण गत्त वर्ष अन्तर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2020 के कार्यक्रम सीमित दायरे में रहकर किए गए। इस महोत्सव के कार्यक्रम आनलाइन प्रणाली, प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के कारण करीब 2 करोड़ से भी ज्यादा लोगों तक पहुंचे।
इतना ही नहीं कुरुक्षेत्र के इस महोत्सव को अन्तर्राष्ट्रीय पहचान दिलाने में मीडिया का सबसे बड़ा योगदान रहा है।