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वैश्विक खाद्य-पोषण सुरक्षा विषय पर हिसार कृषि विवि में अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन

श्रीअन्न पर वैज्ञाानिकों ने प्रस्तुत किए शोध पत्र

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हिसार में मंगलवार को चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विवि में अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में पहुंचे कृषि वैज्ञानिक। -हप्र
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हिसार, 5 दिसंबर (हप्र)

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में ‘वैश्विक खाद्य-पोषण सुरक्षा, स्थिरता और स्वास्थ्य के लिए रणनीति’ विषय पर आयोजित तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के दूसरे दिन मंगलवार को विभिन्न विषयों पर तकनीकी सत्रों का आयोजन किया गया। इसमें देश-विदेश के शोध संस्थानों से आए प्रख्यात वैज्ञानिकों ने वैश्विक पोषण सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए बाजरा श्रीअन्न, कृषि-व्यवसाय के लिए कृषि-उद्यमिता और उद्योग संबंध, जलवायु परिवर्तन, संरक्षित कृषि, टिकाऊ कृषि के लिए संसाधन प्रबंधन और एकीकृत खेती, प्राकृतिक व जैविक खेती, कृषि उत्पादन बढ़ाने में सूक्ष्म जीवों का योगदान सहित अनेक विषयों पर व्याख्यान प्रस्तुत किए। पहले सत्र का मुख्य विषय जलवायु परिवर्तन, संरक्षित कृषि, संसाधन प्रबंधन एवं एकीकृत कृषि प्रबंधन रहा, जिसमें जर्मनी से डॉ. डिटर एच. त्रुट्ज ओस्नाबु्रक चेयरपर्सन रहे। उन्होंने वैश्विक जलवायु परिवर्तन विषय पर शोध पत्र भी प्रस्तुत किया।

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साथ ही को-चेयरपर्सन ब्राजील से डॉ. फ्रांसिस्को फग्गिओं ने ब्राजील में जोत प्रणाली प्रबंधन विषय पर व्याख्यान दिया। दूसरे सत्र में मॉडलिंग, साइमुलेशन तथा बिग डाटा प्रबंधन विषय पर चेयरमैन मैक्सिको से डॉ. मैक्सवेल मकोंडीवा ने कृषि खाद्य प्रणाली में टिकाऊपन के लिए डाटा प्रबंधन पर व्याख्यान दिया।

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सह-चेयरमैन जापान से डॉ. टाकुरो शिनानो ने जापान की कृषि पर न्यूक्लियर हादसे के प्रभाव पर मुख्य शोध प्रस्तुत किया।

तीसरे सत्र में किसानों तक आधुनिक तकनीकों को पहुंचाना विषय के अंतर्गत चेयरपर्सन फ्रांस के आईपीसीसी नोबेल पुरस्कार के सह-विजेता प्रोफेसर आर्थर सी. रिडेकर ने अंतर्राष्ट्रीय व राष्ट्रीय स्तर पर टिकाऊ फसल उत्पादन व समग्र विकास विषय पर व्याख्यान दिया।

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