सुरेंद्र मेहता/हप्र
यमुनानगर, 14 जुलाई
हरियाणा बिजली निगमों के अध्यक्ष पीके दास का कहना है कि कुछ भी फ्री देने के लिए समय निर्धारित होना चाहिए। यह भी तय होना चाहिए कि कब और किसे फ्री के रूप में क्या दे रहे हैं। एक विशेष बातचीत में हरियाणा बिजली निगमों के अध्यक्ष पीके दास ने कहा कि अगर किसी को बिना काम के एक महीना फ्री में 1 लाख रुपये देते हैं तो वह काम करना बंद कर देगा। बिजली फ्री को लेकर आजकल कई तरह की चर्चाएं चल रही हैं, घोषणाएं हो रही हैं इसी को लेकर एक सवाल के जवाब में बिजली निगमों के अध्यक्ष अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे।
उन्होंने कहा कि जो गरीब है, जरूरतमंद है, उसे फ्री या सब्सिडी देनी चाहिए। इस समय हरियाणा में एग्रीकल्चर के लिए सब्सिडी दी जा रही है और हरियाणा के बाकी सभी उपभोक्ताओं को पहले 200 यूनिट पर बिजली सब्सिडी वाली ही दी जा रही है। उन्होंने कहा कि किसी को सारी उम्र फ्री दोगे तो यह ठीक नहीं है। बल्कि उसे उस काबिल बनाओ कि वह अपनी क्षमता बढ़ाए। उन्होंने कहा कि वेलफेयर स्टेट का मतलब यह नहीं कि वह बांटने वाला स्टेट हो। लोगों को अपने पैरों पर खड़ा करने वाला स्टेट ही वेलफेयर स्टेट कहलाता है। उन्होंने बताया कि हरियाणा में 8 घंटे एग्रीकल्चर को प्रतिदिन सब्सिडी वाली बिजली मिल रही है। हरियाणा में अगले 5 वर्षों में स्मार्ट मीटर लगाने की योजना को लेकर उन्होंने कहा कि इसके लिए योजना तैयार है।
उन्होंने बताया कि फिलहाल पंचकूला, गुड़गांव में कुछ प्रीपेड मीटर लगे हुए हैं, लेकिन यह संख्या बहुत कम है। इसे पूरे हरियाणा में लागू किया जाएगा। इलेक्ट्रॉनिक व स्मार्ट मीटर में ज्यादा अंतर नहीं है। नए स्मार्ट मीटर में एक चिप अथवा सिम होगा, जिससे पारदर्शिता बढ़ेगी।