देवीलाल जयंती पर इनेलो उठाएगा ‘राइट टू रिकॉल’ का मुद्दा
इनेलो के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभय सिंह चौटाला ने कहा कि देश के पूर्व उपप्रधानमंत्री चौ़ देवीलाल ने जनता के अधिकारों की रक्षा के लिए संविधान में संशोधन कर ‘राइट टू रिकॉल’ लागू करने की आवाज उठाई थी। अब 25 सितंबर को देवीलाल की जयंती पर रोहतक में होने वाली सम्मान दिवस रैली में इस मुद्दे को फिर से जोर-शोर से उठाया जाएगा।
अभय चौटाला ने कहा कि यदि ‘राइट टू रिकॉल’ लागू होता है तो जनता किसी भी विधायक या सांसद को, जो वादों पर खरा नहीं उतरता, अपने पद से वापस बुला सकेगी और नया प्रतिनिधि चुन सकेगी। उन्होंने कहा, ‘जनता को यह अधिकार मिलते ही राजनीतिक दल और उम्मीदवार झूठे वादे करने से बचेंगे और कुर्सी खोने के डर से समर्पित भाव से जनता की सेवा करेंगे।’इनेलो नेता ने तंज कसते हुए कहा कि आज ‘राइट टू रिकॉल’ के अभाव में सांसद और विधायक चुनाव जीतने के लिए बड़े-बड़े वादे करते हैं, लेकिन जीतने के बाद जनता से किए वादे भूल जाते हैं। पूरे पांच साल लूट-खसोट और भ्रष्टाचार में व्यस्त रहते हैं। अभय चौटाला ने कहा कि यह जनता के साथ सीधा धोखा है और इस पर रोक लगाना बेहद जरूरी है।
भ्रष्टाचार और लूट पर लगेगी लगाम
अभय चौटाला ने दावा किया कि अगर यह अधिकार लागू होता तो सभी चुने हुए प्रतिनिधि जनता की मदद करने में सबसे आगे रहते। कुर्सी जाने का डर उन्हें ईमानदारी से काम करने को मजबूर करता। उन्होंने कहा कि ‘राइट टू रिकॉल’ लागू होने से सरकारी तंत्र की लूट-खसोट और भ्रष्टाचार पर पूर्ण रूप से रोक लगेगी। उन्होंने कहा कि इस अधिकार से युवाओं को बेहतर शिक्षा और रोजगार के अवसर मिलेंगे, कानून व्यवस्था मजबूत होगी और शासन-प्रशासन की पारदर्शिता बढ़ेगी। चौटाला ने कहा कि देवीलाल की सोच को आज के समय में लागू करना ही सच्ची श्रद्धांजलि होगी।