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इनेलो प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी को गोलियों से भूना

बहादुरगढ़ में सरेआम हत्या, एक और की मौत, दो की हालत गंभीर
इनेलो के हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी (इनसेट : फाइल फोटो) कार में गोली लगने के बाद। ( वीडियो से बनायी गयी फोटो)
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चंडीगढ़/बहादुरगढ़, 25 फरवरी

इनेलो के हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व विधायक नफे सिंह राठी की रविवार को बहादुरगढ़ शहर में सरेआम गोलियां मारकर हत्या कर दी गई। उनके साथ गाड़ी में ड्राइवर सहित चार लोग थे, जिनमें से जय किशन दलाल की भी मौत हो गई, जबकि गंभीर रूप से घायल संजीत और संजय का उपचार चल रहा है। हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने डीजीपी शत्रुजीत कपूर को जांच के लिए एसआईटी गठित करने के निर्देश दिए हैं। विज ने झज्जर के एसपी अर्पित जैन को भी निर्देश जारी किए। एसपी ने हमलावरों की धरपकड़ के लिए पांच टीमें गठित की हैं, जिन्हें वह खुद लीड कर रहे हैं।

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नफे सिंह राठी फार्च्यूनर गाड़ी में बराही गांव से बहादुरगढ़ जा रहे थे। आई-20 कार में सवार बदमाशों ने फायरिंग की। हमला बहादुरगढ़ के सांखोल बराही मार्ग के रेलवे फाटक पर हुआ। मौके पर गोलियों के 18 खोल मिले हैं।

झज्जर के एसपी अर्पित जैन ने कहा कि अभी यह नहीं कह सकते कि मामला रंजिश का है या किसी गैंग का। जांच जारी है।

मिल रही थी धमकियां, मांगी थी सुरक्षा

राठी की हत्या से पूरा प्रदेश स्तब्ध है। बताया जाता है कि उन्हें कई दिनों से धमकियां मिल रहीं थी। उन्होंने झज्जर के एसपी को शिकायत भी दर्ज कराई थी और सुरक्षा की मांग की थी, लेकिन उन्हें सुरक्षा मुहैया नहीं करवाई गयी।

भाजपा नेता को आत्महत्या के लिए उकसाने का था आरोप

जनवरी 2023 में हरियाणा पुलिस ने राठी और 5 अन्य पर भाजपा नेता जगदीश नंबरदार के कथित सुसाइड केस में एफआईआर दर्ज की थी। वह अग्रिम जमानत पर थे। जगदीश पूर्व मंत्री मांगेराम नंबरदार के बेटे थे।

सोशल मीडिया पर अंतिम पोस्ट...

नफे सिंह राठी ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर दो दिन पहले लिखा था, ‘लेकर जो हम चले हैं दृढ़ संकल्प, करेंगे बहादुरगढ़ का कायाकल्प।’ यह उनकी अंतिम पोस्ट साबित हुई।

''इस कायराना हमले से पूरा इनेलो परिवार स्तब्ध है। नफे सिंह मेरे भाई समान थे। उन्होंने हमले की आशंका जताते हुए सीएम, गृह मंत्री और आईजी से सुरक्षा की मांग की थी। उस समय सरकार ने राजनीति की और सुरक्षा नहीं दी। करीब एक साल पहले उनका शस्त्र लाइसेंस भी निलंबित कर दिया गया था।''

- अभय सिंह चौटाला, इनेलो के प्रधान महासचिव

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