झज्जर, 31 मार्च (हप्र)
विधायक अभय सिंह चौटाला द्वारा विस की सदस्यता से त्यागपत्र दिए जाने को लेकर पूर्व सीएम भूपेन्द्र हुड्डा और उनके राज्यसभा सांसद पुत्र दीपेन्द्र हुड्डा बार-बार अभय के भाजपा का समर्थन करने का आरोप लगा रहे हैं। इस मामले में बुधवार को इनेलो ने भूपेन्द्र हुड्डा व दीपेन्द्र हुड्डा पर पलटवार करते हुए कहा कि सच्चाई तो यह है कि अविश्वास प्रस्ताव लाकर एक तरह से कांग्रेस ने हरियाणा की गठबंधन सरकार को जीवनदान दिया है।
इनेलो कार्यालय में इनेलो के प्रदेशाध्यक्ष नफे सिंह राठी ने कहा कि यदि अभय चौटाला इस्तीफा नहीं भी देते तो भी अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ वोटिंग के दौरान 32 की बजाय 33 वोट ही मिलते लेकिन सरकार को गिराने के लिए 46 वोटों की जरूरत थी। इसका कांग्रेस को अविश्वास प्रस्ताव लाने से पहले जुगाड़ करना चाहिए था जोकि वह नहीं कर पाई। राठी ने कहा कि सभी जानते है कि इनेलो किसानों के हित में खड़ी है और किसानों के हित में अभय चौटाला ने विस की सदस्यता से त्यापत्र दिया है। कृषि कानूनों के लिए राठी ने पूरी तरह से कांग्रेस को जिम्मेवार ठहराया।