चंडीगढ़, 8 दिसंबर (ट्रिन्यू)
हरियाणा सरकार द्वारा की गई धारावाहिक महाभारत में ‘युधिष्ठिर’ की भूमिका निभाने वाले गजेंद्र चौहान की नियुक्ति विवादों में आ गई है। सरकार ने गजेंद्र चौहान को रोहतक स्थित पंडित लख्मी चंद स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ परफोर्मिंग एंड विजुअल आर्ट का वीसी नियुक्त किया है। सोशल मीडिया पर भी इस नियुक्ति पर सवाल उठ रहे हैं और इनेलो ने इसका सार्वजनिक तौर पर विरोध किया है। इनेलो ने उनकी नियुक्ति पर नाराजगी जताई है।
इनेलो प्रधान महासचिव व ऐलनाबाद विधायक अभय चौटाला ने गजेंद्र चौहान की नियुक्ति पर नाराजगी जताते हुए कहा कि भाजपा सरकार बाहरी व दागी लोगों को कुलपति जैसे अहम पदों पर लगा रही है। चौहान को कुलपति बनाने के लिए सभी नियमों को ताक पर रख कर शैक्षणिक योग्यता और मापदंडों में बदलाव किया गया। अभय ने कहा कि भाजपा लगातार ऐसे लोगों को शिक्षण संस्थानों में बड़े पदों पर नियुक्ति दे रही है, जो भ्रष्टाचार जैसे संगीन आरोप झेल रहे हैं। इनेलो नेता ने कहा कि गजेंद्र चौहान की महाभारत की भूमिका को छोड़ दें तो वे हमेशा ‘सी-ग्रेड’ फिल्मों में अभिनय करते रहे हैं।
यहां बता दें कि सरकार ने यूनिवर्सिटी में गजेंद्र चौहान की नियुक्ति से पहले नियमों में भी बदलाव किया है। विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान यूनिवर्सिटी में वीसी की नियुक्ति से जुड़े एक्ट में सरकार ने संशोधन किया था। हालांकि उस समय तक संशोधन का विरोध नहीं हुआ लेकिन अब गजेंद्र चौहान को वीसी लगाए जाने के बाद सवाल उठने शुरू हो गए हैं।