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पंजाब सरकार की नहरों से पानी रोकने पर इनेलो का विरोध: सुनैना चौटाला ने की कड़ी आलोचना

मदनलाल गर्ग/हप्र फतेहाबाद, 6 मईपंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा हरियाणा के हिस्से का पानी रोकने की कड़ी आलोचना करते हुए इनेलो कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया और पंजाब सरकार की नीतियों को घटिया राजनीति का हिस्सा करार दिया।...
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फतेहाबाद में सुनैना चौटाला के नेतृत्व में प्रदर्शन करते इनेलो कार्यकर्ता। हप्र
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मदनलाल गर्ग/हप्र

फतेहाबाद, 6 मई
पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा हरियाणा के हिस्से का पानी रोकने की कड़ी आलोचना करते हुए इनेलो कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया और पंजाब सरकार की नीतियों को घटिया राजनीति का हिस्सा करार दिया। इनेलो महिला प्रदेश प्रभारी सुनैना चौटाला ने कहा कि पंजाब सरकार हरियाणा के जल अधिकारों का उल्लंघन कर रही है, जिसका असर राज्य के किसानों की खेती और जीवन पर गंभीर रूप से पड़ रहा है।

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फतेहाबाद में प्रदर्शन के बाद एडीसी को पीएम के नाम ज्ञापन सौंपते सुनैना चौटाला व अन्य इनेलो नेता। हप्र

सुनैना चौटाला ने यह आरोप लगाया कि पंजाब सरकार की नीतियां न केवल असंवैधानिक हैं, बल्कि ये संघीय ढांचे का उल्लंघन करती हैं। उनका कहना था कि हरियाणा को पानी की अत्यधिक आवश्यकता है, लेकिन पंजाब सरकार ने एकतरफा तरीके से नहरों का पानी रोक लिया है, जिससे कृषि संकट पैदा हो गया है और किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

इनेलो के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को सुनैना चौटाला के नेतृत्व में सडक़ों पर उतरकर पंजाब सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान का पुतला भी फूंका और जल विवाद को सुलझाने की मांग को लेकर प्रधानमंत्री से हस्तक्षेप करने की अपील की। प्रदर्शन के बाद, इनेलो नेताओं ने डीसी कार्यालय पहुंचकर एडीसी को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।

सुनैना चौटाला ने इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए कहा, "पंजाब सरकार ने 23 अप्रैल को भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड द्वारा हरियाणा के लिए निर्धारित 8500 क्यूसिक पानी को रोक दिया। यह कदम न केवल हरियाणा के किसानों के साथ अन्याय है, बल्कि यह संघीय ढांचे का खुला उल्लंघन है। पंजाब सरकार का यह कदम हरियाणा के जल अधिकारों को चुनौती देता है और इस विषय में केंद्र सरकार को तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए।"

हरियाणा के किसानों के लिए गंभीर संकट

उन्होंने आगे कहा कि वर्तमान में हरियाणा को भाखड़ा नहर प्रणाली से मात्र 4000 क्यूसिक जल प्राप्त हो रहा है, जबकि राज्य की वास्तविक आवश्यकता 8500 क्यूसिक पानी प्रतिदिन की है। इसका खामियाजा राज्य के किसानों को भुगतना पड़ रहा है। नहरों से पानी न मिलने के कारण किसान समय पर फसलों की बिजाई नहीं कर पा रहे हैं, जिससे पूरे क्षेत्र में खाद्यान्न उत्पादन पर संकट मंडरा रहा है।

चौटाला ने यह भी कहा कि पंजाब सरकार का यह कदम न केवल राज्य की कृषि व्यवस्था को नुकसान पहुंचा रहा है, बल्कि यह हरियाणा के लोगों की पानी की बुनियादी जरूरतों को भी खतरे में डाल रहा है। उन्होंने केंद्र से इस जल विवाद का समाधान शीघ्रता से निकालने की अपील की, ताकि राज्य के किसानों को राहत मिल सके।

इनेलो कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन

इनेलो के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। जिला प्रधान बीकर सिंह हड़ौली की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में महिला विंग की प्रदेशाध्यक्ष तनुजा कुरूक्षेत्र, पूर्व मंत्री रामस्वरूप रामा, वरिष्ठ नेता हरि सिंह डांगरा, हरबंस खन्ना, अजीत गिलांखेड़ा, बलदेव दरियापुर, गुरचरण सिंह अमानी, हलका प्रधान प्रेम सिंह कन्हड़ी, फतेहाबाद हलका प्रधान अंगद ढिंगसरा सहित अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे। प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और जल संकट के समाधान की दिशा में केंद्र सरकार से तत्काल कदम उठाने की अपील की।

इस मौके पर इनेलो के युवा और महिला विंग के कार्यकर्ता भी सक्रिय रूप से शामिल हुए। कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर एडीसी को प्रधानमंत्री के नाम अपना ज्ञापन सौंपा, जिसमें पंजाब सरकार की कार्रवाई को तत्काल रोकने की मांग की गई।

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